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IIT खड़गपुर में हाल ही में एक छात्र की सुसाइड करने की दुखद खबर सामने आई है. जहां एक 21 साल के छात्र का शव उसके कमर में लटका हुआ पाया गया है. इस घटना के बाद आईआईटी-खड़गपुर के कार्यवाहक निदेशक अमित पात्रा ने छात्रों की परेशानी, तनाव और डिप्रेशन को कम करने के लिए जरूरी कदम उठाया है.
संस्थान के अधिकारियों ने छात्रों के साथ की मीटिंग
आईआईटी-खड़गपुर के कार्यवाहक निदेशक अमित पात्रा ने छात्रों के एक वर्ग के साथ बैठक की है, जिसमें छात्रों से कहा गया है कि यदि किसी छात्रावास में रहने वाले छात्र में अवसाद के लक्षण दिखाई दें तो वे संस्थान के अधिकारियों को इसकी जानकारी दें. यह बैठक सोमवार सुबह संस्थान में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष के छात्र शॉन मलिक के अपने छात्रावास के कमरे में लटके पाए जाने के बाद हुई.
आईआईटी-खड़गपुर के अधिकारी ने बताया कि पात्रा ने सोमवार को ‘टेक्नोलॉजी स्टूडेंट्स जिमखाना’ के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. उन्होंने बताया कि छात्रों से कहा गया है कि वे अपने सहपाठियों के किसी भी असामान्य व्यवहार, मानसिक तनाव के लक्षणों या किसी भी संकट की स्थिति का सामना करने पर उच्च अधिकारियों को सूचित करें और यदि आवश्यक हो तो उन्हें काउंसलर के पास ले जाएं.
अधिकारी ने बताया कि संस्थान का उद्देश्य प्रत्येक छात्र तक मेल के माध्यम से पहुंचना भी है, ताकि उन्हें यह महसूस हो कि वे आईआईटी-खड़गपुर समुदाय का हिस्सा हैं. इस सवाल पर कि क्या सोमवार को फोरेंसिक विशेषज्ञों ने आज़ाद हॉल ऑफ़ रेसिडेंस हॉस्टल की इमारत का दौरा किया, जहां मलिक का शव उसके माता-पिता ने पाया था, जो रविवार को उससे मिलने आए थे, उन्होंने कहा, "हम पुलिस के साथ सहयोग कर रहे हैं जो मौत की जाँच कर रही है. पुलिसकर्मी पिछले दो दिनों से घटनास्थल का दौरा कर रहे हैं". एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच चल रही है.