
ISC Board Topper: आईएससी बोर्ड कक्षा 12वीं का रिजल्ट जारी हो चुका है, जिसमें यूपी की राजधानी लखनऊ के रहने वाले मोहम्मद अरयान तारिक़ ने देश में टॉप किया है. आजतक से बातचीत में अरयान ने बताया कि वह काफ़ी इमोशनल फील कर रहे हैं. उन्होंने 99% आने की तो सोची थी लेकिन 99.75% आ जाएगा, ये नहीं सोचा था. हालांकि अपने नंबरों से वे काफी खुश हैं और खुद को गौरवांवित महसूस कर रहे हैं.
दरअसल, लखनऊ के सिटी मोंटेसरी स्कूल के छात्र अरयान ने आईएससी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक में प्रथम स्थान हासिल करते हुए 99.75% अंक प्राप्त किए हैं. 'यूपी तक' से बातचीत में टॉपर अरयान ने बताया कि वह अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को देना चाहते हैं.
स्कूल की तरफ से मिला इनाम
अरयान ने बताया कि पहला स्थान हासिल करने के चलते उन्हें बधाइयां मिल रही हैं और आज उनके स्कूल में सम्मान भी किया गया. उन्हें सिटी मोंटेसरी स्कूल की तरफ से 2 लाख रुपए का इनाम भी मिला है जिसके चलते वह बहुत खुश और नई ऊर्जा का अनुभव कर रहे हैं.
कक्षा 12वीं के छात्र मोहम्मद अरयान ने आगे बताया कि वह रोजाना स्कूल में जो रेगुलर पढ़ाई होती थी, उसके अलावा घर पर आकर 4 घंटे एकाग्र होकर पढ़ते थे. इसी के नाते वह इतना अच्छा स्कोर पा सके. उन्होंने कहा कि वह ट्यूशन में नहीं बल्कि सेल्फ स्टडी में विश्वास करते हैं.
केमेस्ट्री, बायोलॉजी में मिले 100/100
अरयान ने यह भी बताया कि उनका पसंदीदा विषय केमिस्ट्री है जिसमें उन्होंने 100 में से 100 नंबर स्कोर किए हैं. कक्षा 12वीं में उन्होंने फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायोलॉजी (PCB) स्ट्रीम में पढ़ाई की. केमिस्ट्री के अलावा बायोलॉजी में भी उन्हें 100 में से 100 नंबर मिले हैं जबकि फिजिक्स में 100 में से 98 मार्क्स मिले हैं.
टॉपर अरयान आगे चलकर मेडिकल के क्षेत्र में जाना चाहते हैं और कार्डियोलॉजिस्ट बन कर हृदय के मरीजों का इलाज करना चाहते हैं. अरयान के घर में उनके माता-पिता के अलावा उनकी एक छोटी बहन भी है, जो अभी पढ़ाई नहीं करती है. उसका जल्द ही स्कूल में एडमिशन होना है. पिता एक प्राइवेट फर्म में रीजनल मैनेजर का कार्य करते हैं और मां हाउसवाइफ हैं.
NEET एग्जाम देंगे अरयान
अरयान ने बताया कि पढ़ाई को लेकर उनके माता-पिता ने कभी भी पढ़ने के लिए दवाब नहीं बनाया. न ही कभी ये कहा कि बड़े होकर IAS,PCS, IPS या इंजीनियर बनना है. उन्होंने कहा, जो मन करे वो बनकर जनमानस की सेवा करो. इसी के चलते मैं NEET क्वालिफाई कर मेडिकल की पढ़ाई करना चाहता हूं और कार्डियोलॉजिस्ट बनना चाहता हूं.