
Jharkhand Bandh: झारखंड में सरकारी नौकरियों में स्थानीय लोगों के लिए 100 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर आज 19 अप्रैल को विभिन्न छात्र संगठनों ने राज्यव्यापी बंद लागू करने का ऐलान किया है. अपनी मांगों के साथ छात्र झारखंड की सड़कों पर उतरे हैं. झारखंड राज्य छात्र संघ (JSSU) के सदस्यों ने रांची के मोराबादी इलाके में सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. वे पास की सब्जी मंडी भी गए और दुकानदारों से अपनी दुकानें बंद करने को कहा.
बढ़ी सुरक्षाकर्मियों की तैनाती
अन्य जिलों में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला, लेकिन सुबह के समय सामान्य जनजीवन अप्रभावित रहा. राज्य भर में कई स्कूल बंद रहे, जबकि झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने निर्धारित परीक्षाओं को रद्द कर दिया. अधिकारियों ने कहा कि राज्य की राजधानी में करीब 2,500 सुरक्षाकर्मियों को बंद के आह्वान के मद्देनजर तैनात किया गया है.
सोमवार को भी हुआ था विरोध का प्रयास
सरकारी नौकरियों में स्थानीय लोगों के लिए 100 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर छात्र संगठन अपने 72 घंटे के आंदोलन कार्यक्रम के तहत सोमवार से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. रांची में मंगलवार शाम को प्रदर्शनकारियों ने मशाल जुलूस निकाला. उन्होंने सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास का घेराव करने का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया था.
JSSU नेता देवेंद्र महतो ने कहा, 'इस सरकार ने स्थानीय लोगों के लिए सरकारी नौकरियों में 100 प्रतिशत आरक्षण का वादा किया था, लेकिन राज्य के बाहर के छात्रों के लिए दरवाजा खोल दिया. इसके चलते हमें बंद का आह्वान करना पड़ा है.' उन्होंने कहा कि 1932 की 'खतियान' (भूमि बंदोबस्त) आधारित भर्ती योजना को लागू करने के बजाय, यह एक पुरानी रोजगार नीति को वापस लाया गया, जिसके तहत 60 प्रतिशत सीटें वंचित छात्रों के लिए आरक्षित होंगी, जबकि 40 प्रतिशत सभी के लिए खुली होंगी.