
कोरोना की दूसरी लहर में राज्य सरकारें कोविड-19 की रफ्तार थामने की चुनौती का सामना कर रही हैं. इस बीच बोर्ड एग्जाम एक बड़ी चिंता का सबब बने हैं. सरकारें ये तय नहीं कर पा रही हैं कि वो ऑफलाइन एग्जाम कितने सुरक्षित तरीके से करा सकती हैं. वहीं पेरेंट्स परीक्षाएं कैंसिल करने या एग्जाम टालने की मांग कर रहे हैं.
इस बीच कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ सीएन अश्वत्थ नारायण ने सोमवार को स्पष्ट कर दिया कि ऑनलाइन मोड के माध्यम से परीक्षाएं आयोजित करना संभव नहीं होगा.
बता दें कि राज्य में ऑनलाइन मोड के माध्यम से परीक्षा आयोजित करने के लिए कुछ छात्रों और अभिभावकों से मांग की गई थी. इस बारे में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वर्तमान प्रणाली में ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं होगा. परीक्षा केवल ऑफलाइन मोड में आयोजित की जाएगी और केवल कुछ ही डीम्ड विश्वविद्यालय ऑनलाइन मोड के माध्यम से परीक्षा आयोजित करने में सक्षम हो सकते हैं. लेकिन सरकार के गठन में यह संभव नहीं होगा.
मंत्री ने इस तथ्य को स्वीकार किया कि बस हड़ताल के कारण डिग्री, पोस्ट-ग्रेजुएशन, डिप्लोमा और इंजीनियरिंग परीक्षाओं का टाइम टेबल थोड़ा प्रभावित हुआ था. बस हड़ताल समाप्त होने के तुरंत बाद परीक्षा फिर से शुरू की जाएगी.
उन्होंने ये भी कहा कि एक बार महामारी नियंत्रण में लाए जाने के बाद कक्षाएं शुरू हो जाएंगी. छात्रों के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन उपस्थिति अनिवार्य होगी. बता दें कि साल 2021-22 के लिए शैक्षणिक गतिविधियां प्रारंभिक चरण में ऑनलाइन कक्षाओं के कामकाज के साथ शुरू होंगी.