
कोटा में छात्रों के डिप्रेशन को लेकर सभी में चिंता बढ़ी है. साथ ही सुसाइड के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों में भी जागरूकता बढ़ी है. इसी की एक मिसाल गुरुवार को देखने को मिली जब मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने आए एक कोचिंग छात्र ने डिप्रेशन में आकर दवा की ओवरडोज ले ली.
बता दें कि छात्र गुलशन राजपूत को उसके दोस्तों ने एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया. गुलशन बिहार के खगड़िया का रहने वाला है गुलशन साल 2018 से कोटा में हैं और कुन्हाड़ी इलाके में रहकर कोचिंग कर रहा है. छात्र गुलशन के दोस्त ने बताया कि टेस्ट में नंबर सही नहीं आ रहे थे. टेस्ट के डिप्रेशन में आकर दवा की ओवरडोज लेने से तबीयत बिगड़ गई, यह मेडिकल की तैयारी कर रहा है. उसने हमारे साथ कुछ शेयर नहीं कर रहा था कि वो इस तरह से परेशान है और हमें लगा भी नहीं. पहले टेस्ट दे दिया था और अब टेस्ट देने की सोच ही रहा था.
कुंनाडी थाना अधिकारी गंगाशय शर्मा ने बताया, छात्र गुलशन राजपूत पीजी में रहता है. बिहार के खगड़िया जिले के ब्रोनाई का निवासी है. छात्र की उम्र 23 वर्ष है. हमने जब छात्र का बयान लिया तो बयान में छात्र ने हमें बताया कि बुखार आने पर उसने दवा ली थी. उसके बाद उसकी बीपी लो हो गई, इससे तबीयत बिगड़ी तो मकान मालिक ने परिजनों को बताया परिजनों ने उसके साथियों को सूचना दी. उसके दोस्त उसे तत्काल अस्पताल लेकर गए, अब उसकी सेहत में अब सुधार है.
अभी यह तो पूरा पता नहीं चल पा रहा है कि छात्र ने कितनी गोलियां खाई या फिर छात्र जिस तरह पुलिस को बता रहा है कि उसने पर्याप्त मात्रा में ही टैबलेट खाई थी. बुखार आने पर तबीयत बिगड़ी तो दोस्तों ने अस्पताल में भर्ती करवाया मकान मालिक ने परिजनों को सूचना दी. फिलहाल छात्र किसी को कुछ बात नहीं रहा है छात्र के दोस्त मुताबिक छात्र टेस्ट को लेकर डिप्रेशन में था पर छात्र अभी कुछ बात नहीं रहा सिर्फ यह बताया है कि पेरासिटामोल की टैबलेट और डोज उसने ली.