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राजस्थान के कोटा में एक और छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. ये इस साल का यह चौथा मामला है. जानकारी के मुताबिक, छात्र 12वीं कक्षा के साथ जेईई की तैयारी कर रहा था. सुबह जब घरवालों ने छात्र को कॉल किया तो उसने कॉल नहीं उठाया, बार-बार कॉल ना उठाने पर घरवालों ने परेशान होकर हॉस्टल वॉर्डन को फोन लगाया.
सुबह नहीं उठाया था घरवालों का फोन
छात्र के परिजनों का कॉल आने पर हॉस्टल वॉर्डन कमरे में पहुंची और वहां छात्र को पंखे से लटका हुआ पाया. वॉर्डन ने तुरंत पुलिस और घरवालों को इस बारे में सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची तो उन्होंने छात्र की बॉडी को पंखे से नीचे उतारा. पुलिस आगे की जांच में जुटी हुई है.
2 साल से कोटा में कर रहा था जेईई की तैयारी
कोचिंग छात्र शुभकुमार चौधरी छत्तीसगढ़ का रहने वाला था, जो पिछले 2 साल से कोटा में रहकर जेईई की तैयारी कर रहा था. मृतक छात्र शुभम ने हाल ही में जईई का फर्स्ट अटेंम्ट दिया था और उसका रिजल्ट रात में ही आने वाला था. शुभम के हॉस्टल वार्डन ने बताया कि शुभम रात को ही मिला था और मैंने बात भी की थी. मैंने कहा कि खाना खा लो फिर उसने कहा कि अभी रिजल्ट आने के बाद सब साथ ही खाएंगे, उसने रात को खाना भी नहीं खाया. उसके बाद उसने अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया.
डीएसपी भवानी सिंह ने बताया कि स्टूडेंट 12 वीं में पढ़ाई करता था. हाल ही में स्टूडेंट ने जेईई का एग्जाम दिया था. रात को जेईई की रिजल्ट आया था. सुबह पेरेंट्स ने फोन किय था तो स्टूडेंट ने फोन नहीं उठाया. इसके बाद वार्डन ने गेट को धक्का देकर खोला. स्टूडेंट पंखे पर फांसी से लटका हुआ था. अभी सुसाइड के कारण सामने नहीं आया है.
सुसाइड हब बन चुका है कोटा
राजस्थान का कोटा जिला इंजीनियरिंग और मेडिकल कोचिंग का हब है. यहां हर साल लाखों बच्चे अपने सपने पूरे करने आते हैं. ऐसे में कई छात्र सफल हो जाते हैं और कई छात्रों को घर लौटना पड़ता है. साल 2024 के पहले महीने में ही 3 छात्रों ने सुसाइड कर लिया है. आज भी ऐसी ही निराशापूर्ण खबर सामने आई है, जब जेईई के छात्र ने सुसाइड का रास्ता अपनाया. ये इकलौता मामला नहीं है, निराशा की वजह से सुसाइड और मेंटल डिप्रेशन के कई मामले कोटा से अक्सर आते हैं.
नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)