
असम की कृष्णा कांता हांडीकी ओपन यूनिवर्सिटी ने अपने छठवें दीक्षांत समारोह में 10 हजार 800 छात्रों को डिग्री और डिप्लोमा दिए गए. हैरान कर देने वाली बात यह रही कि इनमें जेल के आरोपी से लेकर 70 साल के छात्र शामिल थे. इस दीक्षांत समारोह में असम के राज्यपाल और चांसलर गुलाब चंद कटारिया और हरियाणा के केंद्रीय विश्वविद्यालय की प्रो-वाइस-चांसलर प्रोफेसर सुषमा यादव मौजूद थे.
10 हजार 800 छात्रों को डिग्री और डिप्लोमा दिए गए
पुरस्कार पाने वाले स्टूडेंट्स में से 49 प्रतिशत महिलाएं थी. अच्छा प्रदर्शन करने वाले 28 छात्रों को गोल्ड मेडल दिया गया. दीक्षांत समारोह में ग्रेजुएशन की डिग्री लेने वाली 75 साल की चंद्र प्रभु महांता और पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री लेने वाले 72 साल की महेंद्र भूयान शामिल थे. इसके अलावा, राज्य की विभिन्न जेलों से कुल सात कैदी ऐसे रहे, जिन्होंने यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी की. इनमें से गुवाहाटी सेंट्रल जेल के एक कैदी ने भी दीक्षांत समारोह में अपनी डिग्री ली.
यूनिवर्सिटी ने नई शिक्षा नीति को लागू किया
सेरेमनी के दौरान असम के गर्वनर ने राज्य में हायर एजुकेशन के स्कोप को बढ़ाने के लिए यूनिवर्सिटी की तारीफ की. साथ ही 'बाधाओं से परे शिक्षा' का मोटो ध्यान में रखते हुए राज्य की महिला आबादी के एक बड़े हिस्से को शिक्षा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय की सराहना भी की. यूनिवर्सिटी की सराहना करते हुए प्रोफेसर यादवा ने कहा कि जुलाई 2023 के एकेडमिक सेशन में यूनिवर्सिटी ने नई शिक्षा नीति को सक्रिय रूप से लागू किया है.
कई तरह के एकेडमिक प्रोग्राम चलते हैं यूनिवर्सिटी में
बता दें, कृष्णा कांता हांडीकी स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी असम के गुवाहाटी में स्थित है. इस यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स के लिए अंडरग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट, एम. फिल, पीएचडी, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट कोर्सेज संचालित होते हैं. इसके अलावा स्कूलों के टीचर्स के लिए भी कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम चलाए जाते हैं.