
Kyrgyzstan Violence: किर्गिस्तान में बीती 13 मई के बाद से हिंसा भड़की हुई है. पाकिस्तानी स्टूडेंट्स के साथ भारतीयों को भी निशाना बनाया जा रहा है, उन्हें चुन चुन कर पीटा जा रहा है. छात्र आरोप लगा रहे हैं कि यहां पाकिस्तानी छात्राओं से छेड़छाड़ की गई, हमलावर उनके हॉस्टल में घुस जाते हैं.इसी सप्ताह परीक्षा होनी है और इससे पहले मुसीबत में फंस गए. स्थिति यह है कि हॉस्टल के कमरों में कैद होकर रहना पड़ रहा है.
कोटा का एक स्टूडेंट किर्गिस्तान के बिश्केक में फंसा हुआ है. वो एमबीबीएस अंतिम वर्ष का छात्र है. स्टूडेंट का नाम आपको नहीं बता सकते क्योंकि स्टूडेंट का कहना है कि मेरा फाइनल एयर है और मुझे डिग्री में दिक्कत आ सकती है. स्टूडेंट ने बताया कि (हाडोती) कोटा-बारां जिले के 20 से अधिक छात्र यहां मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं. अधिकांश जूनियर स्टूडेंट्स है, उनका कोर्स पूरा नहीं हुआ है. वे घर आना चाहते हैं, इधर कोटा में माता-पिता चिंतित है. सुबह शाम कॉल कर हाल-चाल जानते हैं. छात्र ने आगे बताया कि मैं 2019 में यहां आया था, एमबीबीएस जून में पूरी होनी है. इसके बाद डिग्री लेकर ही कोटा आना था कि हिंसा शुरू हो गई.
हमें सरकार और कॉलेज से नोटिस मिला कि 7 दिन तक कमरे से नहीं निकलना है. 17 मई से 1 मिनट के लिए भी बाहर नहीं निकला, स्थानीय लोगों के साथ तो ये लोग कुछ नहीं कर रहे हैं, लेकिन बाहर के स्टूडेंट देखते ही उन पर टूट पड़ते हैं. रविवार को ही 500 मीटर दूर एक छात्र का हाथ काट दिया जिसके बाद से गेट अंदर से लॉक कर लिया है, खिड़कियां तक बंद है, पहले की रसद सामग्री से काम चल रहा हूं. हम राजस्थान के चार दोस्त साथ रहते हैं. एक दूसरे को दिलासा देते हैं. मेरे कुछ दोस्त भारत आना चाहते हैं, लेकिन कोई उपाय नहीं है.
किर्गिस्तान में पढ़ाई कर रहे कोटा के एक और स्टूडेंट ने बताया पूरी घटना का सच
छात्र ने बताया कि घटना की शुरुआत 13 मई से हुई. किर्गिस्तान के कुछ लोकल लोगों ने शराब पी रखी थी. नशे में पाकिस्तानी स्टूडेंट से लोकल ने सिगरेट मांगी उन्होंने दी नहीं या उनके पास थी नहीं. पता नहीं ऐसा क्या हुआ, पर इस बात को लेकर झगड़ा हुआ. उसके बाद लोकल ने पाकिस्तानी स्टूडेंट को पीटा और वहां से चले गए. उसके बाद अपने अन्य साथियों के साथ पाकिस्तानी स्टूडेंट के फ्लैट पर आए और वहां से उनका सामान चोरी कर ले गए. उसके बाद क्या हुआ आगे का पता नहीं. लेकिन 17 तारीख को फिर से इजिप्ट के लोगों के हॉस्टल में तीन लोग घुसते हैं और लड़कियों से छेड़छाड़ करते हैं तो इजिप्ट के लोग लोकल्स को पीट देते है.
तीनों वहां से भाग जाते हैं, उसके बाद कुछ देर बाद ही वहां के लोकल 100-150 लोग वहां पहुंचते हैं और मारपीट शुरू कर देते हैं. उसके बाद लोकल के अलावा जो भी स्टूडेंट वहां दिख रहा था,सबके साथ ये लोग मारपीट कर रहे थे. जैसे ही कोई बाहर उनको लोकल के अलावा दिखता उस पर टूट पड़ते, अब स्थिति पहले से कंट्रोल में है. पाकिस्तानी हो भारतीय हो सबके साथ मारपीट कर रहे थे. हम सबको हॉस्टलों के अंदर ही रहने के लिए कहा गया है. 17 मई की रात के बाद से हम लोग बाहर नहीं निकले हैं. फ्लाइट भी 20 दिन बाद की बुकिंग हो रही है. गाइडलाइन भी जारी की गई है कि हम लोगों को कोई भी ऑडियो या वीडियो क्लिप फोटो या घटना के बारे में जानकारी नहीं देनी है.
किर्गिस्तान में राजस्थान के छात्र-छात्राओं को सीएम भजनलाल का आश्वासन, वे खुद को अकेला न समझें -
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार विदेश मंत्रालय के साथ निरंतर संपर्क में है. सरकार किर्गिस्तान में पढ़ रहे सभी छात्र-छात्राओं के साथ है. वे खुद को अकेला न समझें. राजस्थानी विद्यार्थी किर्गिस्तान में सुरक्षित रहें, इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में पिछले कुछ दिनों से उथल-पुथल मची है. हिंसक भीड़ छात्रावासों को निशाना बना रही है. इन छात्रावासों में भारत सहित कई देशों के छात्र रह रहे हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों ने भारतीय विदेश मंत्रालय से चर्चा भी की है ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल सुरक्षा मुहैया कराई जा सके. सीएमओ अधिकारियों के मुताबिक छात्रों की सुरक्षा को लेकर विदेश मंत्रालय द्वारा आपातकालीन नम्बर 996555710041 जारी किए हैं.
क्या है मामला
मीडिय रिपोर्ट्स के मुताबिक किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक (Bishkek) में पिछले हफ्ते कुछ लोकल लोगों ने पाकिस्तान और मिस्र के छात्रों पर हमला कर दिया था. कुछ लोगों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इसके बाद से मामला और भी बिगड़ गया. 13 मई को लड़ाई का जो वीडियो वायरल हुआ, उसमें पाकिस्तान और इजिप्ट के स्टूडेंट्स थे. मगर उससे स्थानीय लोग इतना भड़क गए कि उन्होंने सभी विदेशी स्टूडेंट्स पर हमला बोलना शुरू कर दिया.