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MP Board Topper: 10वीं कक्षा में बेटी नैंसी ने प्रदेश में किया टॉप, पिता बोले- मजदूरी करके पढ़ाया

Mp Board Class 10th Topper: मध्य प्रदेश बोर्ड की कक्षा 10वीं परीक्षा के परिणाम की घोषणा कर दी गई है, जिसमें छतरपुर में रहने वाली मजदूर की बेटी ने कठनाइयों में पढ़ाई पूरी कर पूरे प्रदेश में टॉप किया है.

MP Board 10th Topper Nancy Dubey MP Board 10th Topper Nancy Dubey
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 30 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 3:19 PM IST

MP Board Topper 2022: मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेणडरी एजुकेशन के 12वीं और 10वीं कक्षा के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं. कल दोपहर 1 बजे बोर्ड द्वारा रिजल्ट चेक करने का लिंक वेबसाइट पर जारी कर दिया गया था. जिसमें 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली नैंसी दुबे ने पहला स्थान प्राप्त किया.  सुचिता पांडे दूसरे नंबर पर रहीं और तीसरे स्थान पर आए रीवा के रहने वाले आयुष मिश्रा रहे.

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नैंसी दुबे बनीं टॉपर

पूरे मध्य प्रदेश में टॉप करने वालीं नैंसिी दुबे छतरपुर के एक्सीलेंस स्कूल क्रमांक 1 में पढ़ने वाली 10 क्लास की छात्रा थीं. उन्होंने प्रदेश की मेरिट में 496 अंक हासिल करके पहला स्थान प्राप्त किया. जिसके बाद एक्सीलेंस स्कूल एवं उसके घर पर खुशी का ठिकाना नहीं रहा और छात्रा नैन्सी दुबे को परिवार वालों ने तिलक लगाकर मिठाई खिलाकर बधाइयां दीं. साथ ही, एक्सीलेंस स्कूल क्रमांक 1 के प्रिंसिपल से लेकर टीचरों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी मनाई. 

बेटी ने किया मजदूर पिता का नाम रौशन

जानकारी के अनुसार, छतरपुर मुख्यालय से महज 6 किलोमीटर दूर स्थित नारायणपुरा गांव में रहने वाली नैंसी दुबे बहुत ही छोटे परिवार से आती हैं और नैंसी के घर के मुखिया उसके पिता राम मनोहर दुबे मजदूरी करते हैं और नैंसी स्कूल रोजाना साइकिल से 6 किलोमीटर का सफर तय करके जाती हैं. नैंसी की पढ़ाई काफी कठिनाइयों भरी रही है. नैंसी भविष्य में डॉक्टर बनकर अपने परिवार और अपने गांव का नाम रोशन करना चाहती हैं. नैंसी के प्रदेश की मेरिट में टॉप स्थान आने पर आज उनका परिवार उनका गांव गौरवान्वित महसूस कर रहा है. इस अवसर पर नैंसी से हमारे संवाददाता लोकेश चौरसिया ने खास बातचीत की आइए सुनाते हैं क्या कहा नैंसी ने.

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पिता ने स्कूल, टीचर को दिया श्रेय

इस अवसर पर नैंसी दुबे के पिता ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में बताया कि वह मजदूरी करते हैं और जैसे-तैसे अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. बेटी नैंसी को मजदूरी की कमाई से ही पढ़ा पाते हैं और बेटी साइकिल से रोजाना स्कूल जाया करती है. वही नैंसी दुबे के प्रदेश में टॉपर होने पर स्कूल के प्रिंसिपल ने नैंसी के टॉप होने पर परिवार और टीचरों का सहयोग बताते हुए नैंसी की मेहनत को श्रेय दिया है.

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