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अब अमेरिका-कनाडा नहीं जाना चाहते भारतीय छात्र, इन देशों में ले रहे सबसे ज्यादा एडमिशन

डेटा का मुताबिक इस साल रूस, जर्मनी और उज्बेकिस्तान जैसे देशों में छात्रों ने ज्यादा एडमिशन लिए हैं.  आंकड़ों के अनुसार, कनाडा, यू.के. और यू.एस. में पढ़ने वाले भारतीयों की कुल संख्या में सिर्फ़ एक साल में 164,370 की गिरावट आई है. अकेले कनाडा में 41% की गिरावट देखी गई, जो 2023 में 233,532 से घटकर 2024 में 137,608 हो गई.

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aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 3:36 PM IST

हायर एजुकेशन के लिए कई भारतीय छात्र हर साल विदेश का रुख करते हैं. लेकिन इस साल उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में 2024 में भारी गिरावट आई है. रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा, यूके और यूएस में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई है. आव्रजन ब्यूरो के आंकड़ों से पता चलता है कि 2024 में शिक्षा के लिए इन तीन देशों की यात्रा करने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में 27% की गिरावट आई है. 

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हालांकि, डेटा का मुताबिक इस साल रूस, जर्मनी और उज्बेकिस्तान जैसे देशों में छात्रों ने ज्यादा एडमिशन लिए हैं.  आंकड़ों के अनुसार, कनाडा, यू.के. और यू.एस. में पढ़ने वाले भारतीयों की कुल संख्या में सिर्फ़ एक साल में 164,370 की गिरावट आई है. अकेले कनाडा में 41% की गिरावट देखी गई, जो 2023 में 233,532 से घटकर 2024 में 137,608 हो गई. यू.के. और यू.एस. में भी 27% और 13% की महत्वपूर्ण गिरावट दर्ज की गई है. इस तेज गिरावट के कारण, 2023 में विदेश में अध्ययन करने वाले भारतीयों की संख्या 8,92,989 थी, जो 2024 में घटकर 7,59,064 हो जाएगी. इस तरह, भारतीय छात्रों की संख्या में कुल 15% की कमी आएगी. 

पिछले साल स्टूडेंट वीज़ा नियमों को कड़ा करने के कनाडा के फैसले का भारतीय स्टूडेंट्स पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है, जिसके कारण वीज़ा रिजेक्शन बढ़े हैं, आवेदनों की जांच हुई और स्टडी परमिट रद्द होने की संभावना रही.

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यह गिरावट दोनों देशों के बीच बढ़ते राजनयिक तनाव की पृष्ठभूमि में देखी जा रही है. अक्टूबर 2023 में कनाडा ने भारत से 41 राजनयिकों को वापस बुला लिया क्योंकि सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर विवाद के बीच नई दिल्ली ने राजनयिक उपस्थिति में ‘समानता’ की मांग की थी. अक्टूबर 2024 में संबंध और बिगड़ गए, जब निज्जर की हत्या से संबंधित आरोप-प्रत्यारोप के बीच दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया.

इन देशों का रुख कर रहे भारतीय छात्र

आंकड़ों के अनुसार, पिछले तीन सालों में रूस जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखी गई है. 2022 में जहां 19,784 छात्र रूस गए थे, वहीं 2023 में यह संख्या बढ़कर 23,503 और 2024 में 31,444 हो गई.

इसी तरह, फ्रांस जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में भी वृद्धि हुई है. 2022 में 6,406 छात्र फ्रांस गए थे, जो 2023 में बढ़कर 7,484 और 2024 में 8,536 हो गई.

जर्मनी में भी भारतीय छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. 2024 में 34,702 छात्र जर्मनी गए, जबकि 2023 में 23,296 और 2022 में 20,684 छात्र वहां पहुंचे थे. न्यूजीलैंड में भी भारतीय छात्रों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हुई है. 2022 में जहां 1,605 छात्र न्यूजीलैंड गए थे, वहीं 2024 में यह संख्या बढ़कर 7,297 हो गई.

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हालांकि, फिलीपींस में भारतीय छात्रों की संख्या में थोड़ी कमी आई है. 2022 में जहां 11,261 छात्र फिलीपींस गए थे, 2024 में यह संख्या घटकर 8,101 रह गई.

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