
MP School Reopen: कोरोना काल के दौरान लगे लॉकडाउन और सेकेंड वेव का एक बुरा दौर देखने के बाद मध्यप्रदेश में हालात एक बार फिर सुधर रहे हैं. यहां करीब डेढ़ साल बाद स्कूल छठवीं से आठवीं क्लासेज के लिए फिर से खुल गए.
फिलहाल छात्रों को 50% स्टाफ के साथ बुलवाया जा रहा है. अबतक हफ्ते में सिर्फ 2 दिन क्लास लग रही थी लेकिन आज से हफ्ते से सातों दिन क्लासेस 50% उपस्थिति के साथ खुल सकेंगी. क्लासेस में छात्रों को एक बेंच छोड़कर बैठाया जा रहा है और अभिभावकों के सामने विकल्प मौजूद हैं कि वह चाहे तो बच्चों को स्कूल भेजे नहीं तो ऑनलाइन क्लास में पढ़ाएं.
टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए कोरोना वैक्सीनेशन अनिवार्य किया गया है. गेट पर बच्चों का टेम्परेचर चेक हो रहा है और हाथ सैनिटाइज की भी व्यवस्था की गई है. फिलहाल स्कूल प्रेयर और कैंटीन में जाने और एक साथ जमा होने पर प्रतिबंध है.
बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने स्कूलों को लेकर बैठक की थी जिसमें तय किया गया कि प्रदेश के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल 1 सितंबर से कक्षा 6 से 12 तक 50% विद्यार्थियों की उपस्थिति में शुरू किए जाएंगे. इसमें अभिभावकों की सहमति और कोविड 19 की गाइडलाइन का सख्त पालन करना अनिवार्य किया गया है.
बैठक में स्कूलों के संचालन के लिए जो अनिवार्य बिंदु निर्धारित किए गए हैं, उनमें स्कूल के पूरे स्टाफ को टीके का कम से कम एक डोज लगा हो, यह आवश्यक है. स्कूल में क्लास लगने के लिए जो दिन निर्धारित किए गए हैं उसके अलावा बाकी के दिनों में ऑनलाइन क्लास पहले की तरह लगती रहेंगी. वहीं अन्य राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, दिल्ली और कर्नाटक आदि में भी आज पहले दिन स्कूल खुले, हालांकि पहले दिन छात्र संख्या अनुमान से काफी कम रही.