
National Technology Day 2022: देश आज 11 मई को अपने पोखरण परमाणु परीक्षण की वर्षगांठ मना रहा है. इस दिन को नेशनल टेक्नोलॉजी डे के रूप में मनाया जाता है. इस दिन देशभर के वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और इंजीनियरों के विज्ञान में योगदान को याद किया जाता है और सराहा जाता है.
परमाणु परीक्षण ने भारत को दुनिया के परमाणु संपन्न देशों की सूची में लाकर खड़ा कर दिया. भारत में बिजली की आपूर्ति काफी हद तक न्यूक्लियर पॉवर पर निर्भर है. आयातित ऊर्जा संसाधनों पर भारत की निर्भरता और ऊर्जा क्षेत्र में बढ़ती मांग को पूरा करना बड़ी चुनौती है.
भारत में पांच बिजली ग्रिड हैं - उत्तरी, पूर्वी, उत्तर-पूर्वी, दक्षिणी और पश्चिमी ग्रिड. दक्षिणी ग्रिड को छोड़कर ये सभी कुछ हद तक आपस में जुड़े हुए हैं. सभी राज्य के स्वामित्व वाली पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (PGCI) द्वारा संचालित हैं, जो 95,000 सर्किट किमी से अधिक ट्रांसमिशन लाइनों का संचालन करती है.
वर्ल्ड न्यूक्लियर एसोसिएशन के अनुसार, देश में वर्तमान में काम कर रहे न्यूक्लियर पावर प्लांट्स ये हैं.
पॉवर प्लांट | लोकेशन | क्षमता |
काईगा | कर्नाटक | 880 मेगावॉट |
काकरापार | गुजरात | 1140 मेगावॉट |
कुंडनकुलम | तमिलनाडु | 2000 मेगावॉट |
कलपक्कम | तमिलनाडु | 440 मेगावॉट |
नरोरा | उत्तर प्रदेश | 440 मेगावॉट |
राजस्थान | राजस्थान | 1180 मेगावॉट |
तारापुर | महाराष्ट्र | 1400 मेगावॉट |
देश में एक बड़ी संख्या में न्यूक्लियर पावर प्लांट्स अभी अंडर कंस्ट्रक्शन हैं जिनका निर्माण 2030 तक पूरा करने का लक्ष्य है.