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यूपी के दो लड़कों का कमाल...नीट की कठ‍िन परीक्षा में पाए 720 में 720 नंबर, जानिए- स्ट्रेटजी

टॉपर ने बताया कि हमने इस तरह टाइम टेबल बनाया जिसमें उस विषय को महत्व दिया जिसमें कमजोर हैं. लेकिन इस एक व‍िषय में ज्यादा पढ़ाई के साथ ही यह भी ध्यान रखना चाहिए कि जिस विषय में अच्छे हों उसे इग्नोर न करें. इससे होता यह है कि जिस पर ध्यान नहीं दिया, उसी विषय में ही कमज़ोर हो जाएंगे.

NEET result toppers from Lucknow NEET result toppers from Lucknow
शिल्पी सेन
  • लखनऊ,
  • 05 जून 2024,
  • अपडेटेड 7:53 PM IST

NEET Topper 2024: MBBS समेत अन्य मेडिकल पाठ्यक्रमों में दाख़िले के लिए होने वाली NEET परीक्षा के रिज़ल्ट में देश भर में 67 उम्मीदवारों ने टॉपर्स की लिस्ट में जगह बनाई है. 67 कैंडिडेट्स ऐसे हैं, जिन्हें 720 में से 720 यानि पूरे नंबर मिले हैं. इस लिस्ट में लखनऊ के आयुष नौगरिया और आर्यन यादव का नाम भी शामिल है. इन दोनों कैंडिेडेट्स के पूरे नंबर आए हैं.

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इतने घंटे पढ़ाई करके क्लियर किया है नीट

aajtak.in ने इन दोनों टॉपर्स से बातचीत की है. आर्यन ने बताया कि वे दोनों कोचिंग के अलावा 5 से 6 घंटे पढ़ाई भी किया करते थे. वो हर विषय यानी कि फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथ्स को टाइम दिया करते थे. यह आर्यन का दूसरा प्रयास है. वहीं, आयुष ने पहले ही प्रयास में ये सफलता हासिल की है. उन्होंने बारहवीं की पढ़ाई के साथ ही इस दिशा में सोचना शुरू कर दिया था. आयुष और आर्यन कहते हैं कि हमने इस तरह टाइम टेबल बनाया जिसमें उस विषय को महत्व दिया जिसमें कमजोर हैं. लेकिन इस एक व‍िषय में ज्यादा पढ़ाई के साथ ही यह भी ध्यान रखना चाहिए कि जिस विषय में अच्छे हों उसे इग्नोर न करें. इससे होता यह है कि जिस पर ध्यान नहीं दिया, उसी विषय में ही कमज़ोर हो जाएंगे.

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यह भी पढ़ें: NEET UG 2024 Topper: AIIMS में डॉक्टर बनना चाहती हैं नीट टॉपर ईशा, बताया कैसे लाई हैं 720 में से 720 नंबर

सोशल मीडिया से दूर हैं टॉपर्स

आर्यन और आयुष दोनों सोशल मीडिया पर नहीं हैं. उनका कहना है कि उससे फ़ोकस्ड होकर पढ़ाई करने में मदद मिलती है. इंस्टाग्राम, फेसबुक आदि चलाकर सोशल मीडिया में वक़्त नहीं गंवाना पड़ा. हालांकि, आर्यन कहते हैं कि जो छात्र सोशल मीडिया में हैं वो एक समय निर्धारित कर लें कि उतनी ही देर वो उसको चलाएंगे. आयुष का कहना है कि उन्हें कोचिंग से काफी मदद मिली है. पिछले वर्षों के पेपर सॉल्व करने से काफ़ी मदद मिली है. वहीं, आर्यन का कहना है कि इससे ये पता चलता है कि NEET का ट्रेंड क्या है. आयुष ने 8 साल के पेपर सॉल्व किए तो आर्यन ने पिछले 12 साल के पेपर सॉल्व किए हैं.

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