
NEET UG पेपर लीक मामले में आरोपी अमन सिंह की CBI रिमांड मंजूर हो गई है. केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने बुधवार को झारखंड के धनबाद से अमन सिंह को गिरफ्तार किया था और आज कोर्ट में पेश करके रिमांड मांगी थी. CBI के वकील अमित कुमार ने अधिकारियों के साथ मिलकर अमन को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन किया था, जिसके बाद कोर्ट ने अमन को 4 दिन के रिमांड की मंजूरी दे दी. नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की यह छठी गिरफ्तारी थी.
आरोपी अमन सिंह के अलावा CBI ने चिंटू, ओएशिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज और जमालुद्दीन की फिर से रिमांड मांगी है. क्योंकि पेपर लीक मामले में ऐसे कई सवाल हैं, जिनका जवाब CBI को नहीं मिला है. इसलिए चारों की दोबारा रिमांड की मांग की गई है. इनकी रिमांड की अवधि खत्म होने के बाद मुकेश, मनीष प्रकाश और आशुतोष को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया है.
नीट पेपर लीक में क्या है अमन सिंह की भूमिका?
सीबीआई ने अमन को झारखंड के धनबाद से गिरफ्तार किया गया था. अमन सिंह, पेपर लीक कांड में फरार रॉकी का बेहद खास बताया जा रहा है. रॉकी, संजीव मुखिया का भांजा है, जो रांची में होटल कारोबार से जुड़ा हुआ है. रॉकी ने NEET पेपर लीक के बाद उसका जवाब तैयार करने के लिए सॉल्वर्स का जुगाड़ किया था. रॉकी, झारखंड में संजीव मुखिया गिरोह का खास एसेट है. रांची और पटना के MBBS स्टूडेंट्स को सॉल्वर्स के तौर पर इस्तेमाल किया गया. जानकारी के मुताबिक, अमन सिंह की गिरफ्तारी से रॉकी और सॉल्वर्स के बारे में अहम जानकारी मिल सकती है.
इसके अलावा संजीव मुखिया के मौजूदा लोकेशन के बारे में सीबीआई अमन सिंह से पूछताछ करेगी. उसे पूछताछ के लिए पटना लाया जा सकता है. बता दें कि CBI ने इस मामले में जिन आरोपियों को रिमांड पर लिया है, उसकी अवधि आज, 4 जुलाई को खत्म हो रही है.
8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई
नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की जांच जारी है. वहीं, दूसरी तरफ नीट के छात्र और याचिककर्ता सुप्रीम कोर्ट में 8 जुलाई को होने वाली सुनवाई का इंतजार कर रहे हैं. इन याचिकाओं में कुछ में याचिकाकर्ताओं ने पेपर लीक का आरोप लगाया है तो कुछ ने पूरी परीक्षा रद्द करने और मेडिकल प्रवेश परीक्षा को दोबारा आयोजित करने की मांग की है.