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मिड-डे मील में बच्चों को परोसा गया चावल और लाल मिर्च पाउडर, मचा हंगामा

निजामाबाद जिले के कोटागरी मंडल के कोठापल्ली गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय के छात्रों को एक मिड-डे मील एजेंसी ने मिर्च पाउडर और तेल मिला हुआ चावल परोसा. इस घटना की जांच की गई तो सफाई में कहा गया कि दाल पकने पर उसे फेंक दिया गया था. BRS के कार्यकारी अध्यक्ष KTR ने इस मामले पर चिंता जताई है.

Nizamabad Mid Day Meal Nizamabad Mid Day Meal
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 05 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 2:14 PM IST

तेलंगाना के निजामाबाद जिले के कोटागरी मंडल के कोठापल्ली गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय के मिड-डे मील को लेकर बवाल खड़ा हो गया है. यहां छात्रों को एक मिड-डे मील एजेंसी ने मिर्च पाउडर और तेल मिला हुआ चावल परोसा. जब यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी तब जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने जांच की. अब BRS के कार्यकारी अध्यक्ष KTR ने निज़ामाबाद मिड डे मील मुद्दे की निंदा की और जवाब मांगा है कि बच्चों को मिर्च पाउडर के साथ चावल क्यों परोसा गया.

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दाल का स्वाद खराब होने पर परोसा गया मिर्च पाउडर

इस स्कूल में कक्षा 1 से 8 तक के 130 छात्र पढ़ते हैं. निजामाबाद डीईओ एन दुर्गाप्रसाद, मंडल शिक्षा अधिकारी (एमईओ), कॉम्प्लेक्स स्कूल के प्रधानाध्यापक और अन्य अधिकारियों ने रविवार को कोठापल्ली का दौरा किया और जांच की. शिक्षकों में से एक ने जांच अधिकारियों को बताया कि कई छात्रों ने चावल के साथ परोसी गई दाल को बेस्वाद पाकर भोजन फेंक दिया था. उन्होंने इस बारे में अपने शिक्षकों और वहां मौजूद दो ग्रामीणों से शिकायत की. बाद में, जब छात्र दोपहर का भोजन करने आए, तो उन्हें मध्याह्न भोजन एजेंसी द्वारा मिर्च पाउडर और तेल के साथ चावल परोसा गया.

अभिभवाकों की शिकायतों पर की गई जांच

शनिवार को अभिभावकों ने शिकायत की थी कि भोजन पाने वाले उनके कई बच्चे बीमार हैं. उनकी शिकायत के बाद निजामाबाद के डीईओ एन दुर्गाप्रसाद, मंडल शिक्षा अधिकारी (एमईओ), कॉम्प्लेक्स स्कूल के प्रधानाध्यापक और अन्य अधिकारियों ने रविवार को कोथापल्ली का दौरा किया और जांच की. मिड डे मील सेवा प्रदाताओं को भी सख्त चेतावनी जारी की गई और उन्हें चेतावनी दी गई कि वे बच्चों को दिए जाने वाले भोजन से समझौता न करें.

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छात्रों के अनुरोध पर दिया गया मिर्च पाउडर

मिड-डे मील एजेंसी की आयोजक सुशीला ने अधिकारियों के सामने स्वीकार किया कि दाल ज्यादा पक गई थी और उसका स्वाद खराब हो गया था. उन्होंने कहा कि कुछ छात्रों को उनके अनुरोध पर मिर्च पाउडर और तेल दिया गया था. अपनी गलती स्वीकार करते हुए उन्होंने प्रभारी शिक्षक पर हमेशा छोटी-छोटी बातों पर शिकायत करने का आरोप लगाया. डीईओ ने मीडियाकर्मियों को बताया कि एजेंसी ने गलती स्वीकार की है और माफी मांगी है.

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