
राजस्थान के 'एजुकेशन फैक्ट्री' कहे जाने वाले कोटा से एक बार फिर दुखद खबर सामने आई है. उत्तर प्रदेश के मऊ कस्बे की रहने वाली नाबालिग छात्रा ने सोमवार, 18 सितंबर 2023 को सुसाइड कर लिया है. राज्य सरकार, प्रशासन और कोचिंग संस्थानों के तमाम प्रयासों के बावजूद कोटा में छात्र आत्महत्या के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे.
पिछले दो सप्ताह में यह आत्महत्या की दूसरी घटना है और पिछले दो महीने में 8वीं आत्महत्या है. इस साल में आत्महत्या की यह 26वीं घटना है. छात्रा, कोटा के विज्ञान नगर इलाके में रहती थी और उत्तर प्रदेश के महू कस्बे की रहने वाली थी. एडिशनल एसपी भगवत सिंह हिंगड़ ने फोन पर बताया कि लड़की ने पॉइजन लिया है, बाकी पोस्टमार्टम के बाद ही साफ हो पाएगा. पिछले सप्ताह झारखंड से कोटा नीट तैयारी करने आई 16 वर्षीय छात्रा ने फंदे से लटककर सुसाइड कर लिया था.
कई कोशिशों के बाद भी कोटा में लगातार स्टूडेंट सुसाइड के मामले बढ़ रहे हैं. देशभर में स्टूडेंट सुसाइड को लेकर चर्चा तेज है. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए राज्य सरकार, प्रशासन और कोचिंग सेंटर्स ने लगातार कोशिश कर रही है. हॉस्टल के वार्डन, मैस वाले से लेकर टिफिन वालों तक की मदद ली जा रही है. कोटा प्रशासन ने हाल ही में हॉस्टल और पीजी में स्प्रिंग वाले सीलिंग फैन लगाने का आदेश दिया था. छात्रों से बातचीत करने और पढ़ाई का प्रेशर कम करने पर जोर दिया जा रहा है. इसके बाद भी आत्महत्या की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं.
बता दें कि पिछले महीने 27 अगस्त को एक दिन कोटा में दो छात्रों के सुसाइड की घटना ने सबको हिलाकर रख दिया था. यहां कोचिंग छात्रों की आत्महत्याओं ने पूरे 'सिस्टम' को सोचने पर मजबूर कर दिया है. इस साल की शुरुआत से अब तक हुए 25 छात्रों की सुसाइड की घटनाओं ने राज्य में छात्रों की आत्महत्याओं ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इसके अलावा प्रशासन कई तरह के प्रयास कर रहा है, फिर भी यह सिलसिला थम नहीं रहा है.
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