Pariksha Pe Charcha 2025 Highlights: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोर्ड परीक्षा 2025 से पहले देशभर के 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों से परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम (Pariksha Pe Charcha) के माध्यम से संवाद किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चर्चा में शामिल हुए छात्रों को तिल के लड्डू खिलाए. साथ ही उन्हें हेल्थ से जुड़े कुछ टिप्स भी दी. पीएम ने छात्रों को बताया कि उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विद्यार्थियों को परीक्षा के तनाव को दूर करने के लिए 'क्रिकेट' से जुड़ा एक मंत्र दिया.
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दो दिन पहले जारी किया गया टीजर
हाल ही में परीक्षा पे चर्चा 2025 का एक टीजर जारी किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित सुंदर नर्सरी में छात्रों से संवाद किया. इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों को गणित के सवालों का सामना करने के तरीके सिखाए. प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी स्कूल की यादों को ताजा करते हुए बताया कि कैसे उनके शिक्षक उनकी हैंडराइटिंग सुधारने की पूरी कोशिश करते रहे, लेकिन इसके बावजूद उनकी लिखावट में कोई सुधार नहीं हुआ. इसके बजाय, उनके शिक्षकों की हैंडराइटिंग और भी सुंदर हो गई. इस कार्यक्रम के दौरान कई छात्र-छात्राओं ने कविताएं भी सुनाईं. पंजाब, त्रिपुरा, केरल, बिहार, गया, राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों के छात्र इस आयोजन में शामिल हुए.
पीएम मोदी ने सभी छात्रों के साथ मिलकर सुंदर नर्सरी में पड़ लगाए हैं और पेड़ लगाने के महत्व को समझाया है.
पीएम मोदी ने किसी भी चीज को आत्मसात करने के टिप्स दिए हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी बात को पहले सुनें, उसके बाद उसपर क्वेश्चन करें और उसके परिणाम सोचें, अब उसको अंडरस्टैंड करें और अंत में उसको खुद पर अप्लाई करें.
पीएम मोदी ने डिप्रेशन से लड़ने के लिए छात्रों को गुरु मंत्र दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिप्रेशन से लड़ने के लिए घर में सभी से लगातार बातचीत करने की सलाह दी है. पीएम ने कहा कि अक्सर बच्चे जब बड़े हो जाते हैं तो वे अपने माता पिता से बातें छिपाने लगते हैं, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए और लगातार अपनी बातें शेयर करते रहें जिससे वे कभी भी डिप्रेशन का शिकार नहीं होंगे.
पीएम ने आगे कहा कि आपको अपने माता पिता की भी माननी चाहिए और फिर उनको मनाना चाहिए. उन्हें प्यार से समझाइए कि मेरे पास भी एक आइडिया है. इसके बाद वह इसपर भी ध्यान देंगे.
फेलियर से कैसे बचें पर पीएम ने कहा कि स्कूल में कई बच्चे फेल होते हैं वो फिरसे ट्राई करते हैं. जिंदगी अटकती नहीं है, आपको तय करना होगा कि आपको जीवन में सफल होना है या किताबों में सफल होना है. आप भी अपनी विफलताओं को अपना शिक्षक बनाइए. जीवन सिर्फ परीक्षा नहीं है. आप किसी दिव्यांगजनों के जीवन को बारीकी से कीजिए. परमात्मा ने उनको कुछ ऐसी चीजे दी हैं जो उन्हें सफल बना देती हैं. तो हर किसी के अंदर कमी और कोई ना कोई अच्छाई होती है. इसपर ध्यान दें.
पीएम ने छात्रों से कहा कि ज्यादातर लोग दूसरे से कॉम्पिटीशन करते हैं लेकिन जो खुदसे कॉम्पिटिशन करते हैं उसका विश्वास कभी टूटता नहीं है.
पीएम ने आगे कहा कि खुशी की अपनी एक ताकत होती है. घर में सभी के साथ लाफ्टर थेरेपी करिए. छोटी-छोटी जीत पर खुश कैसे हों इसपर पीएम मोदी ने कहा कि टार्गेट ऐसा बनाएं जो पहुंच में हो लेकिन पकड़ में ना हो. आपके 93 आए लेकिन 95 नहीं आए. इसपर मुझे गर्व है.
अगर बच्चा स्ट्रेस में है तो सबसे पहले दोष है परिवार का. बच्चे को आर्टिस्ट बनना है लेकिन माता पिता इंजीनियर बनाना चाहते हैं. ऐसे ना करें. मेरा माता-पिता से आग्रह है कि अपने बच्चे की छमता को पहचानें. जिस चीज में बच्चों की रुचि है उससे वही करवाइए. मेरा टीचर्स से भी आग्रह कि स्टूडेंट की किसी और स्टूडेंट से तुलना ना करें.
पीएम ने आगे कहा कि मेरी माता पिता को एडवाइस है कि आपको बच्चे को मॉडल के रूप में हर जगह खड़ा मत करो. हर बच्चा अलग-अलग फील्ड में अच्छा होता है. जैसे सचिन तेंदुलकर खेल में हैं पढ़ाई में नहीं. एक बार मुझसे पूछा कि अगर आप पीएम नहीं होते और मंत्री होते तो आप कौनसा डिपार्टमेंट चुनते. इसपर पीएम ने कहा कि मैं स्किल डिपार्टमेंट चुनता क्योंकि स्किल बेहद जरूरी है. माता-पिता को भी बच्चों की स्किल पर ध्यान देना चाहिए.
पीएम ने कहा कि मेरी हैंडराइटिंग ठीक हो इसके लिए मेरे टीचर्स से बहुत मेहनत की. भले ही मेरी ठीक ना हुई हो पर उनकी हैंडराइटिंग ठीक हो गई थी. मुझे यह अच्छा लगा पर कि मेरे टीचर मेरे लिए इतनी मेहनत करते थे.
पीएम ने छात्र ने कहा कि धीरे धीरे आपने देखा होगा कि अब घर में कोई बात करता है तो अच्छा नहीं लगता है. बचपन में हर बात माता-पिता को बताते थे. अब धीरे-धीरे छात्र अपने आपको कट करता जाता है. इससे वह धीरे-धीरे डिप्रेशन में चला जाता है. इससे बचने के लिए मन में कोई बात ना रखें. अपनी बातें सबसे खुलकर करें. घर में सभी से बात करें.
एग्जाम में मन को कैसे शांत रखें इसपर पीएम ने कहा कि इसका मतलब यह हुआ कि आप खुदको नहीं जानते हैं. सब बच्चे ऐस ही बात करते हैं कि यार कल पढ़ा नहीं पाया. कल मूड ठीक नहीं था. अगर ऐसा बोलेंगे बार-बार तो मन स्थित कैसे रहेगा. जो कर रहे हैं उसी पर ध्यान दें.
पीएम ने आगे कहा कि हर छात्र के पास 24 घंटे हैं. कुछ लोग इतने में बहुच अच्छा काम कर रहे हैं. कुछ लोगों को लगता है कि कुछ हुआ ही नहीं. इसका कारण है मेनेजमेंट ना होना. उनको नहीं पता कि समय का उपयोग कैसे करना है. सबसे पहले समय पर सोचना है कि. मैं अपने समय का अच्छा उपयोग कैसे करूं. कागज पर अपना टाइमटेबल लिख लीजिए कि कल ये काम करने हैं और अगले दिन फिर मार्क कीजिए कि काम हुआ या नहीं.
पीएम ने कहा कि सामने वाले को गलती ठीक करने से पहले उसकी अच्छाई के बारे में बताइए. अगर आप डायरेक्ट बोलोंगे तो उसे लगेगा कि सिर्फ मुझे ही क्यों कहा. पीएम ने कहा कि कोई भी उम्र क्यों ना हो, हमेशा लिखने की आदत होनी चाहिए. दैसे कविताएं लिखने वाली अपने विचारों को बांधते हैं. जैसे टीचर्स एग्जाम से पहले प्रश्न और उत्तर लिखवाते हैं. इसी तरह. टीचर का काम है बच्चे की ताकत को पहचानना.
पीएम मोदी ने कहा कि किताबी कीड़ा नहीं बनना चाहिए लेकिन ज्ञान प्राप्त करने से पीछे नहीं हटना चाहिए. हमेशा कुछ ना कुछ सीखते रहना चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ थोड़ा रिलेक्स होने की भी जरूरत है. इसके लिए माता-पिता को समझाए कि रोबोट की तरह नहीं जी सकते, हम इंसान है. हम अपने विकास के लिए पढ़ाई करते हैं. शिशु मंदिर में आपको लगा होगा कि मैं मेहनत क्यों कर रहा हूं. इसलिए मैं कहता हूं कि बच्चों को दीवारों और किताबों में बंद करेंगे तो बच्चे की ग्रो नहीं कर सकते हैं. उन्हें खुला आसमान चाहिए. अपने पसंद की चीजें करनी चाहिए.
पीएम मोदी ने परीक्षा पे चर्चा में छात्रों को सेहत पर टिप्स देते हुए किसानों का जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि खाना किसानों की तरह खाना चाहिए. इसे समझाते हुए उन्होंने कहा कि किसान सुबह के वक्त पेटभर के खाना खाते हैं. उन्होंने सेहत पर टिप्स देते हुए किसानों का जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि खाना किसानों की तरह खाना चाहिए. इसे समझाते हुए उन्होंने कहा कि किसान सुबह के वक्त पेटभर के खाना खाते हैं. फिर खेत में चले जाते हैं, वहां कुछ हल्का-फुल्का खा लेते हैं फिर सूर्यास्त से पहले घर आकर खाना खाते हैं.
पीएम ने आगे कहा कि छात्रों आपको यह सोचना है कि अगर पिछली बार 30 मार्क्स लाए थे तो इस बार 35 लाने हैं. खुदसे लड़ाई करनी है. धीरे-धीरे अपने मन को स्थिर करना है. आपको खुदका एक उदाहरण सेट करना है.
केरल से आई एक छात्रा ने पीएम से कहा कि उन्होंने हिंदी बहुत अच्छी लगती है. इसपर पीएम ने कहा कि पहले एक कविता सुनाइए. छात्रा ने पूछा कि परीक्षा में अच्छे अंक नहीं आए तो हमारा फ्यूचर अच्छा नहीं होगा. इसपर एक छात्र ने कहा कि जिंदगी में मार्क्स मायने नहीं रखते. पीएम ने कहा कि यह हमारे समाज में घुस गया है कि अगर स्कूल में इतने नंबर नहीं आए तो जिन्दगी तबाह हो जाएगी. इस समय माता-पिता को तो समझा नहीं सकते. इसके लिए अब आपको खुदको तैयार करना है. आपमें से कितने लोग हैं जो क्रिकेट देखते हैं. कभी आउट होता है तो कभी 6 लगता है. ऐसे में बैट्समेन ऑडियंस नहीं बल्कि पूरा ध्यान अपनी बॉल पर रखता है. आपको भी ऐसा नहीं करना करना है. आपको ऑडियंस का प्रेशर नहीं लेना है. हर बार खुदको चुनौती देते रहना चाहिए.
पीएम ने छात्रों ने कहा कि नींद पूरी आती है या नहीं, इसका भी पोषण से लेना देना है. शरीर की फिटनेस के लिए नींद बहुत जरूरी है. आपको कितने घंटे सोना है, यह जरूरी है. इसके अलावा पीएम ने कहा कि आपमें से कितने लोग हैं जिन्होंने पेड़ के नीचे खड़े होकर गहरी सांस लेने का प्रयास किया है. जीवन में कोई भी प्रगति करनी है इसके लिए पोषण बेहद जरूरी है.
पीएम मोदी परीक्षा पे चर्चा में छात्रों को सेहत का ध्यान रखने के टिप्स दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि, कितने लोगों ने पानी पीते समय पानी का भी टेस्ट लिया है. पीएम मोदी ने छात्रों को पानी पीने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कैसे खाना, क्या खाना और कब खाना पर ध्यान देना चाहिए.
परीक्षा पे चर्चा 2025 कुछ ही देर में शुरू होने वाला है. यह कार्यक्रम सभी सरकारी पोर्टलों पर भी लाइव स्ट्रीम किया जाएगा, जैसे कि शिक्षा मंत्रालय के यूट्यूब चैनल, मायगव इंडिया, पीएम मोदी का यूट्यूब चैनल, दूरदर्शन चैनल्स, और रेडियो चैनल्स के माध्यम से — ऑल इंडिया रेडियो मीडियम वेव, ऑल इंडिया रेडियो एफएम चैनल पर भी इसे लाइव प्रसारित किया जाएगा.
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 2018 में की थी. इस साल परीक्षा पे चर्चा 8वीं बार आयोजित किया जा रहा है.
इस साल हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों से कुल 36 छात्रों का सेलेक्शन किया गया है. इनमें सरकारी स्कूलों, केंद्रीय विद्यालय, सैनिक स्कूल, नवोदय विद्यालय, एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय और सीबीएसई स्कूलों के छात्र शामिल हैं. ये छात्र प्रधानमंत्री से सीधे संवाद करेंगे और अपनी जिज्ञासाओं के समाधान लेंगे. इस संवाद का उद्देश्य विविधता और समावेशिता को बढ़ावा देना है.
कार्यक्रम में फिल्म स्टार दीपिका पादुकोण, 6 बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम और आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जैसे फेमस लोग भी छात्रों को परीक्षा के दौरान तनाव से दूर रहने के टिप्स देंगे. वहीं खेल और अनुशासन में एमसी मैरीकॉम, अवनी लेखरा और सुहास यतिराज अनुशासन के माध्यम से लक्ष्य को तय करने, दृढ़ता और स्ट्रेस मैनेजमेंट के बारे में बात करेंगे.
इस बार परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम एक नये रोमांचक तरीके से दिखाया जाएगा. इस वर्ष पीएम मोदी के साथ बॉलीवुड व खेल जगत के तमाम लोग छात्रों को मोटिवेट करते हुए नजर आएंगे.
परीक्षा पे चर्चा 2025 को कई प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जाएगा. कार्यक्रम का लाइव टेलिकास्ट दूरदर्शन और अन्य चैनलों पर होगा. इसके अलावा, छात्र अपने स्कूलों में भी इस आयोजन को लाइव देख सकेंगे. इस कार्यक्रम के ताजा अपडेट्स जानने के लिए aajtak.in से जुड़ सकते हैं. इसके अलावा, आजतक के यूट्यूब चैनल के जरिए भी कार्यक्रम का लाइव टेलिकास्ट देख सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (10 फरवरी) परीक्षा पे चर्चा के 8वें संस्करण में छात्रों से बातचीत करेंगे. यह कार्यक्रम नई दिल्ली, भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा.