Advertisement

दिल्ली में देशभक्त‍ि सिलेबस लागू, सीएम केजरीवाल बोले- अब स्कूलों में देशभक्त डॉक्टर-इंजीनियर बनाएंगे

द‍िल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि हर इंसान के अंदर गांधी, पटेल, सुभाष चन्द्र बोस हैं, उसे हमें जगाना है. आज हमारे स्कूल, इंस्टिट्यूट अच्छे इंजीनियर, डॉक्टर, वकील पैदा कर रहे हैं, लेकिन अब हम देशभक्त डॉक्टर और देशभक्त इंजीनियर बनाएंगे.

प्रतीकात्मक फोटो (Getty) प्रतीकात्मक फोटो (Getty)
पंकज जैन
  • नई द‍िल्ली ,
  • 28 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 9:43 PM IST
  • स्कूलों में देशभक्ति की रोजाना 45 मिनट की एक क्लास होगी.
  • क्लास की शुरुआत मिनट के 'देशभक्ति ध्यान' से होगी. 

दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने मंगलवार को छत्रसाल स्टेडियम में देशभक्ति पाठ्यक्रम लॉन्च किया है. पाठ्यक्रम में कक्षा 6 से 8 और कक्षा 9 से 12 तक के लिए अलग-अलग किताबें तैयार की गई हैं. साथ ही देशभक्ति पाठ्यक्रम में एक अन्य किताब में 100 क्रांतिकारियों के नाम और उनके नाम के साथ क्रांतिकारियों के बारे में बताया गया है. दिल्ली सरकार के स्कूलों में पाठ्यक्रम की शुरुआत की जा रही है. स्कूलों में देशभक्ति की रोजाना 45 मिनट की एक क्लास होगी, क्लास की शुरुआत मिनट के 'देशभक्ति ध्यान' से होगी. 

Advertisement

द‍िल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज भगत सिंह का जन्मदिन है. 24 साल की उम्र में वे हंसते हंसते फांसी पर लटक गए, उनके जीवन को पढा है मैंने, उनपर फिल्में भी बनी हैं. वो फ़िल्म देखकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं, दिल में तरंगे उठती हैं, उसी को देशभक्ति कहते हैं. जब हम तिरंगे को देखते हैं, तो अंदर कुछ कुछ होता है, वाइब्रेशन होता है, उसी को देशभक्ति कहते हैं, जितनी बार जन-गण-मन गाते हैं, स्वतंत्रता सेनानियों की गाथा सुनते हैं, सबके अंदर की देशभक्ति जगती है. लेकिन परेशानी यह है कि यह देशभक्ति  हमें कभी-कभी जागती है. अब हमें यह करना है कि 24 घण्टे एक बच्चा देशभक्ति की भावना में जिए. 

उन्होंने कहा कि हर इंसान के अंदर गांधी, पटेल, सुभाष चन्द्र बोस हैं, उसे हमें जगाना है. आज हमारे स्कूल, इंस्टिट्यूट अच्छे इंजीनियर, डॉक्टर, वकील पैदा कर रहे हैं, लेकिन अब हम देशभक्त डॉक्टर और देशभक्त इंजीनियर बनाएंगे. आज कई डॉक्टर इंजीनियर सोचते हैं कि और कैसे कमा लूं, लेकिन देशभक्त डॉक्टर यह सोचेगा कि मैं कैसे अच्छा इलाज करूं. 

Advertisement

आज हम अपने कॉलेजों में पैसे की मशीने तैयार कर रहे हैं. दो साल के कठिन प्रयासों के बाद हमारी टीम ने यह करिकुलम तैयार किया है. अब इसे हम इम्प्रूव करते जाएंगे. यह देश की प्रगति में मील का पत्थर साबित होगा. दिल्ली ने यह शुरुआत की है, आने वाले समय में देशभर में इसकी शुरुआत होगी.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement