
COVID-19 Update: दुनियाभर में कहर मचाने वाला कोरोना वायरस (COVID 19) एक बार फिर सक्रिय हो गया है. गोवा, केरल और महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के सब वैरिएंट JN.1 के मामलों में अचानक उछाल आया है. भारत में बीते दिन कोरोना संक्रमण के 614 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जो 21 मई के बाद से सबसे ज्यादा हैं. कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि के कारण, माता-पिता इसे लेकर उलझन में हैं और कई लोग स्कूलों और सरकार से दिशा-निर्देश लेने की कोशिश कर रहे हैं.
कोविड-19 पर बढ़ी पेरेंट्स की चिंता
उत्तर पश्चिमी दिल्ली के अभिभावक संघ के सदस्य पंकज गुप्ता ने कहा कि स्थिति गंभीर नहीं है, लेकिन माता-पिता के लिए डरावनी है. स्कूलों को एहतियाती कदम उठाने चाहिए और सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क सुनिश्चित करना चाहिए. अगर हम व्यक्तिगत रूप से अपने बच्चों पर मास्क थोपने की कोशिश करेंगे, तो इसका कोई फायदा नहीं होगा और ज्यादातर छात्र इसे नहीं पहनेंगे. इसलिए हम चाहते हैं कि स्कूल सक्रिय रूप से प्रतिक्रिया दें.
गाजियाबाद के माता-पिता संघ की सदस्य प्रिया राणा का इसपर कहना है, "सरकार को पहले से सोचना चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए. जबकि कई छात्र कोविड प्रोटोकॉल को समझते हैं, प्राथमिक और माध्यमिक के बच्चों को ऐसी स्थितियों से निपटने का शायद ही कोई अनुभव है. बच्चों को समय पर जागरूक करना और स्कूल के साथ-साथ सरकार की ओर से सक्रिय प्रतिक्रिया जरूरी है."
21 मई के बाद आए सबसे ज्यादा कोविड-19 के केस
बुधवार को देशभर में कोविड-19 के 614 मामले सामने आए जो 21 मई के बाद सबसे ज्यादा हैं. बुधवार को अपडेट किए गए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के एक्टिव केस बढ़कर 2,311 हो गए हैं. 24 घंटे के दौरान केरल में तीन लोगों की मौत हुई है, जिसके बाद देश में कोविड से मरने वालों की संख्या 5 लाख 33 हजार 321 हो गई है. अब तक भारत में कोरोना के 4.50 करोड़ केस सामने आ चुके हैं. वहीं पूरे एनसीआर में सभी स्कूल और कॉलेज बिना किसी कोविड प्रोटोकॉल के पूरी क्षमता से चल रहे हैं. बढ़ते मामलों को लेकर अभिभावक परेशान हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी?
दरअसल, कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट का ही सब वैरिएंट JN.1 पिछले कुछ हफ्तों में सबसे तेजी से फैलने वाले वायरस में से एक बन गया है. देश भर में कोविड के बढ़ रहे मामलों के बीच, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने बुधवार को कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है. पॉल ने कहा कि भारत में वैज्ञानिक नए वैरिएंट पर कड़ी नजर रख रहे हैं. हालांकि, वीके पॉल ने राज्यों को कोविड की तैयारी बढ़ाने, परीक्षण बढ़ाने और अपनी निगरानी प्रणालियों को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया.
इस बीच, केंद्र ने देश भर में कोविड के मामले बढ़ने के कारण राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सतर्क रहने को कहा है. सलाह में राज्यों को नियमित आधार पर सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में जिलेवार इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और गंभीर तेज फैलने वाली सांस की बीमारी के मामलों की निगरानी करने और उनकी रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है.