
UPPSC Candidates Prayagraj Protest Ends: प्रयागराज में पिछले 5 दिन से चल रहा UPPSC अभ्यर्थियों का धरना प्रदर्शन अब खत्म हो गया है. पुलिस ने सभी छात्रों ने बातचीत करके उन्हें घर भेज दिया है. इसके साथ ही आयोग के गेट के बाहर से बैरिकेडिंग भी हटा दी गई हैं और गेट आयोग और आम जनता के लिए खोल दिया गया है. वहीं, छात्रों ने भी पोस्टर दिखाते हुए कहा कि धरना समाप्त किया जाता है. अब छात्रों को आरओ एआरओ भर्ती परीक्षा के लिए आयोग के फैसले का इंतजार है. छात्रों का कहना है कि अगर इस परीक्षा का फैसला अभ्यर्थियों के हित में नहीं आया तो दोबारा धरना प्रदर्शन किया जाएगा.
आजतक से बातचीत करते हुए छात्र ने कहा कि फिलहाल हम धरने पर नहीं हैं, हमने आयोग को कमेटी बनाने का समय दिया. आरओ एआरो एग्जाम के लिए आयोग कमेटी बनाएगा लेकिन अगर हमारे साथ छलावा किया गया, अगर वन डे एग्जाम नहीं कराया तो हम दोबारा आंदोलन करेंगे. अगली बार आंदोलन और बड़ा होगा. धरने को कुछ दिन के लिए ही समाप्त किया है.
क्यों धरना प्रदर्शन कर रहे थे अभ्यर्थी?
दरअसल, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इसके पीछे का कारण था सबऑर्डिनेट सर्विस (PCS) की परीक्षा और समीक्षा-सहायक अधिकारी की परीक्षा. पेपर लीक के चलते इन दोनों परीक्षाओं को कैंसिल किया और फिर 5 नवंबर को जब आयोग ने परीक्षा की तारीख के साथ परीक्षा कराने के तरीके यानी कि दो शिफ्ट में एग्जाम और नॉर्मलाइजेशन को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया तो अभ्यर्थियों के बीच आक्रोश पैदा हो गया. इसको लेकर अभ्यर्थियों ने प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के ऑफिस के बाहर पांच दिन धरना प्रदर्शन किया. छात्रों की मांग थी कि परीक्षाओं तो शुचितापूर्ण ढंग से कराया जाए साथ ही वन डे वन शिफ्ट में एग्जाम हो ताकि नॉमर्लाइजेशन की प्रक्रिया लागू ना हो.
22 दिसंबर को होगी UPPCS की परीक्षा
अभ्यर्थियों में बढ़ते आक्रोश के बाद प्रदेश सरकार ने फैसला लिया कि यूपीपीसीएस की परीक्षा वन डे वन शिफ्ट में आयोजित कराई जाएगी. परीक्षा की तारीख का भी ऐलान कर दिया गया है. आयोग के नोटिफिकेशन के अनुसार, पीसीएस का एग्जाम 22 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा. वहीं, आर ओ-ए आरओ एग्जाम के लिए कमेटी बनाई गई है. यह कमेटी अपनी रिपोर्ट सब्मिट करेगी. इसके बाद फाइनल फैसला लिया जाएगा कि एग्जाम किस तरह कराना है.