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राष्ट्रपति के अभिभाषण में हुआ पेपर लीक का जिक्र, विपक्षी दलों से की ये अपील

राष्ट्रपित द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में पेपर लीक का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पेपर लीक के दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी, पेपर लीक पर ठोस उपाय की जरूरत है. पेपर लीक में निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 जून 2024,
  • अपडेटेड 12:29 PM IST

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि मेरी सरकार देश के हर युवा को बड़े सपने देखने और उन्होंने साकार करने के लिए जरूरी माहौल बनाने में जुटी है. बीते 10 वर्षों में ऐसे अवरोध को हटाया गया है जिसके कारण युवाओं को परेशानी थी. इस बीच संसद में विपक्ष के नेताओं ने नीट-नीट के नारे भी लगाए. नीट पर बात करते हुए राष्ट्रपित द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पेपर लीक के दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी, पेपर लीक पर ठोस उपाय की जरूरत है. पेपर लीक में निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए.

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पेपर लीक पर राष्ट्रपति की विपक्षी दलों से अपील

राष्ट्रपति ने पेपर लीक का जिक्र करते हुए अपने अभिभाषण में विपक्षी दलों से इस मामले में राजनीति से ऊपर उठकर ठोस उपाय करने की बात कही है. उन्होंने कहा, 'इससे पहले भी हमने देखा है कि कई राज्यों में पेपर लीक की घटनाएं होती रही हैं. इसमें दलीय राजनीति से ऊपर उठकर देशव्यापी ठोस उपाय करने की जरूरत है. संसद ने भी परीक्षा में होने वाली गड़बड़ियों के विरुध एक सख्त कानून बनाया है. मेरी सरकार परीक्षा से जुड़ी संस्थाओं, उनके कामकाज के तरीके और परीक्षा प्रक्रिया सभी में बड़े सुधार के लिए काम कर रही है.'

18वीं लोकसभा को पहली बार संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, 'मेरी सरकार देश के हर युवा को बड़े सपने देखने और उन्होंने साकार करने के लिए जरूरी माहौल बनाने में जुटी है. बीते 10 वर्षों में ऐसे अवरोध को हटाया गया है जिसके कारण युवाओं को परेशानी थी. पहले अपने प्रमाण पत्रों को अटेस्टड करने के लिए युवाओं को भटकना पड़ता था. अब युवा सेल्फ अटेस्ड करने का काम रहे हैं.'

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नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से युवाओं के साथ अन्याय को दूर करने के लिए कदम उठाया

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू  ने आगे कहा कि केंद्र सरकार की ग्रुप सी और डी भर्तियों से इंटरव्यू को खत्म किया गया है. पहले जो विद्यार्थी सिर्फ भारत की भाषाओं में पढ़ाई करते थे उनके साथ अन्याय किया जाता था. मेरी सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर इस अन्याय को दूर करने के लिए कदम उठाए.

भारतीय भाषाओं में इंजीनियरिंग की पढ़ाई

उन्होंने कहा, 'युवाओं को अब भारतीय भाषाओं में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने का विकल्प मिला है. देश में 7 नए IIT, 16 IIIT, 7 IIM, 15 IIM, 315 मेडिकल कॉलेज और 390 विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं. मेरी सरकार इन संस्थानों को और मजबूत बनाकर आवश्यकता के अनुसार इनकी संस्था को भी बढ़ाएंगे.'

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