Advertisement

Exams in Corona: छात्रों के समर्थन में आईं प्र‍ियंका गांधी, CBSE से परीक्षाएं निरस्‍त या रीशेड्यूल करने की मांग

Exams in Corona: प्रियंका गांधी ने CBSE बोर्ड परीक्षाओं पर टिप्पणी करते हुए छात्रों का पक्ष लिया और कहा कि यह बोर्ड के लिए गैर जिम्मेदाराना है कि छात्रों को परीक्षा में बैठने के लिए मजबूर किया जाए.

Priyanka Gandhi Vadra (File Photo) Priyanka Gandhi Vadra (File Photo)
aajtak.in
  • नई दिल्‍ली,
  • 09 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 12:18 PM IST
  • CBSE बोर्ड परीक्षाएं 04 मई से शुरू होनी हैं
  • परीक्षाएं ऑफलाइन माध्‍यम में आयोजित की जाएंगी

Exams in Corona: कोरोना के बीच बोर्ड परीक्षाओं को गलत बताते हुए रद्द करने की मांग कर रहे छात्रों के समर्थन में अब प्र‍ियंका गांधी भी आ गई हैं. उन्‍होंने CBSE बोर्ड परीक्षाओं पर टिप्पणी करते हुए छात्रों का पक्ष लिया और कहा कि यह बोर्ड के लिए गैर जिम्मेदाराना है कि छात्रों को परीक्षा में बैठने के लिए मजबूर किया जाए. CBSE Board 2021 परीक्षाओं को या तो रद्द किया जाए, रीशेड्यूल किया जाए या फिर इस प्रकार आयोजित किया जाए जिससे छात्रों को भीड़भाड़ वाले एग्‍जाम सेंटर्स पर फिजिकली पहुंचकर पेपर न देना पड़े. 

Advertisement

प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विटर पर कहा, "जबकि कोरोना हमारे देश में भयानक रूप ले रहा है, ऐसे में परीक्षा का अतिरिक्त दबाव बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है. हमारी शिक्षा प्रणाली को अपने दृष्टिकोण में बदलाव करने की जरूरत है और केवल अपने कॉन्‍क्‍लेव और कॉन्‍फ्रेंस में बात करने के बजाय वास्‍तव में बच्चों के प्रति संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत है."

While corona is ravaging our country again, the added pressure of exams is bound to affect the mental health of children. Our education system needs to drastically alter its attitude and start reflecting sensitivity and compassion towards children rather than just talk ..1/2

— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 9, 2021

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से छात्र सोशल मीडिया पर #cancelboardexams हैशटैग के साथ ट्वीट कर शिक्षा मंत्रालय से बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने की मांग कर रहे हैं. 1 लाख से अधिक छात्रों ने एक पिटीशन भी साइन की है जिसमें शिक्षा विभाग से परीक्षाएं रद्द करने की अपील की जा रही है. छात्रों को कहना है कि महामारी के समय में परीक्षाएं आयोजित करना छात्रों के शारिरिक और मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य दोनो के लिए खतरनाक है. 

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement