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जवाहर नवोदय विद्यालय में रैगिंग... आठवीं के बच्चों को सीनियर्स ने बेरहमी से मारा, पांच छात्र सस्पेंड

पूर्वी अरुणाचल के बोर्डिंग स्कूल में रैगिंग का मामला सामने आया है. यहां सीनियर स्टूडेंट्स ने जूनियर्स को इतना पीटा कि उनके शरीर पर निशान पड़ गए. इस मामले की तस्वीरें भी सामने आई हैं. घटना के बाद स्कूल के पांच बच्चों को सस्पेंड कर दिया गया है. रैगिंग की घटना में दर्जनों बच्चे घायल हो गए हैं.

जवाहर नवोदय विद्यालय में रैगिंग. जवाहर नवोदय विद्यालय में रैगिंग.
aajtak.in
  • ईटानगर,
  • 27 जून 2024,
  • अपडेटेड 12:43 PM IST

अरुणाचल के जवाहर नवोदय विद्यालय में रैगिंग (Ragging Incident at Arunachal Jawahar Navodaya Vidyalaya) की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां 11वीं के छात्रों ने अपने जूनियर्स को बेरहमी से पीटा. इसमें 8वीं के करीब दो दर्जन बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. इस मामले की भयावह तस्वीरें सामने आई हैं. घटना के बाद स्कूल के पांच बच्चों को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं अभिभावकों ने घटना को लेकर स्कूल प्रशासन को जिम्मेदार माना है.

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यह घटना पूर्वी अरुणाचल के चांगलांग जिले के बोर्डुमसा उपमंडल की है. यहां स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में 11वीं के छात्रों ने जूनियर स्टूडेंट्स को बेरहमी से पीटा. रैगिंग की घटना में कई बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. नवोदय विद्यालय बोर्डुमसा में 8वीं के लगभग दो दर्जन छात्र घायल बताए जा रहे हैं.

इस स्कूल में 530 छात्र और 18 टीचर हैं. यहां हुई रैगिंग की घटना मंगलवार दोपहर दो बजे की है. स्कूल की क्लास पूरी हो चुकी थीं. सभी बच्चे लंच के लिए जा रहे थे. उसी समय 11वीं के छात्रों ने 8वीं के छात्रों पर हमला कर बुरी तरह पीटा.

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स्कूल के प्रिंसिपल राजीव रंजन ने बताया कि स्कूल कैंपस में हुई इस भयानक घटना के बाद पांच छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया है. यह कार्रवाई अनुशासन समिति के फैसले पर की गई है. घटना में जो छात्र घायल हुए हैं, जिन्हें फिजिकली और मेंटली टॉर्चर किया गया है, उनका इलाज किया जा रहा है. 

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प्रिंसिपल ने बताया कि पूरे मामले को लेकर आगे की कार्रवाई के लिए आज स्कूल की अभिभावक शिक्षक परिषद (पीटीसी) की बैठक बुलाई गई है. उन्होंने यह भी बताया कि निलंबित बच्चों को प्रशासन उनके अभिभावकों को सौंप देगा.

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इस रैगिंग की घटना की भयावह तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि किस तरह कुछ उपद्रवी छात्रों ने जूनियर स्टूडेंट्स को अमानवीय तरीके से शारीरिक और मानसिक यातना दी. इससे बच्चों को गंभीर चोटें आईं हैं. बच्चों के अभिभावकों ने इस पूरी भयावह घटना के लिए स्कूल प्रशासन, खासकर संस्था के प्रिंसिपल को जिम्मेदार ठहराया है. अभिभावकों ने दोषी छात्रों के साथ-साथ स्कूल प्रशासन पर भी सख्त कार्रवाई की मांग की है.

रिपोर्टः युव मेहता

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