
राजस्थान में एक और भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया है. पुलिस ने पेपर सॉल्व कराने वाले गैंग के 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. यहां नेशनल सीड्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड की एग्री ट्रेनी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ है.
एसओजी के सहयोग से जयपुर पुलिस ने नकल कराते हुए 14 युवकों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गैंग से एडमिट कार्ड, साइन किए हुए खाली चैक, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद किए है, जो ऑनलाइन एग्जाम के दौरान कंप्यूटर की स्क्रीन शेयर कर चीटिंग करवा रहे थे.
प्रोमोशन एग्जाम में भी नकल करवाता था गैंग
जांच में खुलासा हुआ कि ये गैंग रेलवे, एएसआई प्रमोशन टेस्ट के एग्जाम में भी नकल करवा चुका है. इसके बाद 5 जनवरी को आयोजित हुई इस परीक्षा की जांच के लिए SIT गठित की गई है.
6 सेंटरों पर पुलिस ने मारा था छापा
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि जयपुर पुलिस और एसओजी को ऑनलाइन नकल के बारे में सूचना मिली थी. इसके बाद शास्त्री नगर, चित्रकूट, मुहाना, वैशाली नगर के 6 सेंटरों पर छापा मारा. इस दौरान सबसे पहले दो संदिग्ध नितेश कुमार और सुमित सिंह को पकड़ा गया.
6 एडमिट कार्ड, साथ ब्लैंक चेक और अन्य समान बरामद
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि शास्त्री नगर के एसजेएम कॉलेज में कम्यूटर लैब के जरिए परीक्षा में स्क्रीन शेयर कर चीटिंग कराई जा रही है. इसके बाद पुलिस शास्त्री नगर स्थित कंप्यूटर लैब पहुंची. यहां पर संदीप कुमार, बलबीर और कश्मीर झांझडिया को गिरफ्तार किया गया. इनके पास से 168500 रुपए, 6 एडमिट कार्ड, 7 साइन किए हुए खाली चैक सहित अन्य सामान बरामद हुए.
50-50 हजार रुपये लिए थे एडवांस
आरोपी संदीप ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 5 जनवरी को आयोजित हुई नेशनल सीड्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड की एग्री ट्रेनी भर्ती परीक्षा में मेरे साथी परमजीत, जोगेन्द्र, टिंकू चौधरी उर्फ गुरुजी, नन्दू ठेकेदार, प्रदीप कॉन्ट्रेक्टर सदीप उर्फ सैंडी और विक्रम के जरिए पेपर सॉल्व करवाए थे. इसके लिए हर छात्र से 50-50 हजार रुपए एडवांस लिए गए.
फरार सरगना को ढूंढ रही पुलिस
परीक्षा में वो और उसके साथी परमजीत, जोगेन्द्र, हेरिटेज वायुना सी.सै. स्कूल खातीपुरा के संचालक प्रवीण, वैदिक कन्या स्कूल के कम्प्यूटर लैब संचालक नन्दू ठेकेदार, आईटी इंफ्रा के कम्प्यूटर लैब संचालक दिलखुश और गणपति ठेकेदार, द लॉरेन्स स्कूल मानसरोवर के कम्प्यूटर लैब संचालक और कॉन्ट्रैक्टर प्रदीप, संदीप उर्फ सैंडी के साथ मिलकर ये लोग परीक्षाओं में पैसा लेकर नकल कराते हैं. जिसके बाद पुलिस गिरोह के फरार मुख्य सरगना की तलाश में जुटी है.