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RGNUL विवाद: जांच नहीं, इस्तीफा देने को तैयार कुलपति, गर्ल्स हॉस्टल का किया था निरीक्षण

कई दिनों से चल रहे विवाद के बाद हाल ही में छात्रों और वीसी के बीच बैठकर बातचीत हुई. लॉ यूनिवर्सिटी के वीसी ने प्रशासनिक ब्लॉक के बाहर प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ बैठकर उनसे बातचीत की. छात्रों के ग्रुप ने ऑडियो रिकॉर्ड की मांग की थी, जिसे वीसी ने भी स्वीकार कर लिया था.

RGNUL के बाहर छात्रों के विरोध प्रदर्शन की तस्वीर RGNUL के बाहर छात्रों के विरोध प्रदर्शन की तस्वीर
अमन भारद्वाज
  • पटियाला,
  • 04 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 3:32 PM IST

पंजाब की लॉ यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर और छात्रों के बीच छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, पटियाला की राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ (RGNUL) के वाइस चांसलर अब अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं.

क्या है मामला?
कुछ दिन पहले यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में वाइस चांसलर के अचानक पहुंचने से विवाद शुरू हुआ था. आरोप लगाए गए थे कि वीसी छात्राओं के कमरे में गए और उनके कपडों को लेकर आपत्तिजनक सवाल पूछे. हालांकि वीसी का कहना है कि उन्हें जानकारी मिली थी की गर्ल्स हॉस्टल में मेस और अपर्याप्त व्यवस्था है, जिसका निरीक्षण करने गए थे.

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इस घटना के बाद छात्राओं ने वीसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए इस्तीफे और माफी जारी करने की मांग की थी. छात्राओं को कहना है कि वीसी के आने की कोई जानकारी नहीं थी, बल्कि यूनिवर्सिटी के निर्देशों के अनुसार गर्ल्स हॉस्टल कैंपस में RGNUL से जुड़ी सिर्फ महिला सदस्य ही एंट्री कर सकती हैं. यहां तक कि पेरेंट्स को भी एंट्री करने की परमिशन नहीं है. छात्राओं ने आरोप लगाया कि वीसी ने ऐसे निरीक्षण को लेकर कोई भी पूर्व सूचना छात्रों या हॉस्टल के वार्डन को नहीं दी थी. साथ उन्हें इसकी सूचना भी नहीं दी गई थी. उनके साथ कोई महिला फैकल्टी या गार्ड भी नहीं थीं.

वीसी ने कहा- जांच नहीं, इस्तीफा दे सकते हैं
कई दिनों से चल रहे विवाद के बाद हाल ही में छात्रों और वीसी के बीच बैठकर बातचीत हुई. लॉ यूनिवर्सिटी के वीसी ने प्रशासनिक ब्लॉक के बाहर प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ बैठकर उनसे बातचीत की. छात्रों के ग्रुप ने ऑडियो रिकॉर्ड की मांग की थी, जिसे वीसी ने भी स्वीकार कर लिया था.

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बातचीत के दौरान छात्रों ने कहा कि उनके सामने केवल दो ही विकल्प हैं: या तो एक स्वतंत्र, बाहरी जांच माननीय वाइस चांसलर के कार्यों की जांच करे और उन्हें पद से हटाया जाए, या उन्हें खुद से अपना पद छोड़ देना चाहिए. इस पर वीसी ने जांच करवाने के बजाय अपने पद से इस्तीफा देने की मंशा जताई है.

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