
मध्य प्रदेश में नवीन शिक्षण सत्र 2025-26 की शुरुआत 1 अप्रैल से ‘स्कूल चलें हम’ अभियान के साथ होगी. इस अभियान के तहत 1 से 4 अप्रैल तक प्रदेश की लगभग 92 हजार सरकारी शालाओं में रोजाना कार्यक्रम आयोजित होंगे. स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी जिला कलेक्टरों और जिला शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. अभियान का मुख्य लक्ष्य सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों का नामांकन बढ़ाना है. इन स्कूलों में प्राइमरी, मिडिल, हाई और हायर सेकेंडरी स्तर पर करीब 85 लाख बच्चे पढ़ते हैं.
अभियान का राज्य स्तरीय उद्घाटन मुख्यमंत्री मोहन यादव की उपस्थिति में होगा. कार्यक्रम की रूपरेखा स्कूल शिक्षा विभाग तैयार कर रहा है. जिला स्तर पर प्रभारी मंत्री चयनित शाला में प्रवेशोत्सव में शामिल होंगे, जिसमें सांसद, विधायक और अन्य जन-प्रतिनिधि भी शिरकत करेंगे. इस दौरान छात्र-छात्राओं को मुफ्त पाठ्य-पुस्तकें वितरित की जाएंगी.
विभाग ने निर्देश दिए हैं कि नए सत्र की शुरुआत में सभी बच्चों को पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध हों. ग्राम और बसाहटों में स्कूल से बाहर रहे बच्चों का नामांकन कराया जाएगा. अभिभावकों का शाला स्तर पर स्वागत होगा और कक्षा 1 से 8 तक की शालाओं में 1 अप्रैल को बालसभा होगी, जिसमें विशेष भोजन की व्यवस्था भी रहेगी.
भविष्य से भेंट कार्यक्रम
2 अप्रैल को शालाओं में ‘भविष्य से भेंट’ कार्यक्रम होगा. इसमें समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों जैसे खिलाड़ी, साहित्यकार, कलाकार, पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी बच्चों से प्रेरक कहानियाँ साझा करेंगे. आमंत्रित अतिथि स्वेच्छा से शाला के लिए उपयोगी वस्तुएँ भेंट कर सकेंगे. जिला कलेक्टरों को प्रथम और द्वितीय श्रेणी के अधिकारियों को शालाओं में बच्चों के साथ संवाद के लिए भेजने के निर्देश दिए गए हैं.
सांस्कृतिक और खेलकूद गतिविधियां
3 अप्रैल को पालकों के साथ सांस्कृतिक और खेलकूद गतिविधियाँ होंगी, ताकि उनका स्कूल से जुड़ाव बढ़े. इस दिन शैक्षणिक स्टाफ पालकों को सरकार की शिक्षा योजनाओं की जानकारी देगा. पिछले सत्र में 85% से अधिक उपस्थिति वाले बच्चों के अभिभावकों को सम्मानित किया जाएगा.
हार के आगे जीत
4 अप्रैल को उन छात्रों को चिन्हित किया जाएगा, जो कक्षोन्नति में असफल रहे हैं. उनके पालकों को समझाइश दी जाएगी कि लगातार प्रयास से बच्चों का भविष्य बेहतर हो सकता है. इसी दिन शाला प्रबंधन और विकास समिति की बैठक होगी, जिसमें नए सत्र में शत-प्रतिशत नामांकन और वार्षिक कार्य-योजना पर चर्चा होगी.