
Schools College Closed News: तमिलनाडु में बारिश का सितम थमने का नाम ले रहा है. कई दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश आम जन-जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रही है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को भी भारी बारिश की संभावना जताई है. आईएमडी की चेतावनी के बाद तिरुवल्लूर जिले में शुक्रवार को स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई.
आईएमडी ने गुरुवार को तमिलनाडु के तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और रानीपेट जिलों के लिए 11 नवंबर को और डिंडीगुल, थेनी और नीलगिरी के लिए 12 नवंबर को रेड अलर्ट जारी किया था, क्योंकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र और अधिक चिह्नित होने की संभावना है. अगले 24 घंटे रेड अलर्ट का मतलब चेतावनी है. एजेंसी ने इन जिलों में एक या दो स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया है.
चेन्नई शहर और उपनगरों में अगले 48 घंटों में कुछ क्षेत्रों में गरज और बिजली गिरने के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. आईएमडी ने शहर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. ऑरेंज अलर्ट यानी तैयार रहें. बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिले में स्कूल-कॉलेजों का बंद रखने का फैसला किया गया है. हालांकि यह पहली बार नहीं है जब भारी बारिश के चलते राज्य के स्कूल-कॉलेजों में छुट्टि घोषित की है.
इससे पहले मौसम विभाग की ओर से जारी बारिश की संभावना को एवं जलभराव की स्थिति को देखते हुए तिरुवन्नामलाई, चेन्नई, तिरुवल्लुवर, रानीपेट्टई, कांचीपुरम, चेंगलपेट, वेल्लोर, विल्लुपुरम और थिरुपथुर में 8वीं कक्षा तक के स्कूल बंद कर दिए गए थे.
बता दें कि इस साल चेन्नई में भारी बारिश से पिछले 30 साल का रिकॉर्ड टूटा है. समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक, मौसम विज्ञान के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के उप महानिदेशक एस बालचंद्रन ने चेन्नई के मौसम पर बात करते हुए कहा था कि 1 नवंबर को नुंगमबक्कम में 8 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी, जो पिछले 30 वर्षों में पहली बार है. वहीं पिछले 72 वर्षों में तीसरी बार इतनी बारिश हुई है. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा था कि 1990 में, चेन्नई में 13 सेंटीमीटर बारिश हुई थी और 1964 में यह 11 सेंटीमीटर थी, दोनों बार ये 01 नवंबर को हुई थी.