कोरोना वायरस जैसी महामारी के कारण लंबे वक्त से बंद रहने के बाद आज कई राज्यों में स्कूल खुल गए हैं. मुंह पर मास्क, सामाजिक दूरी और सेनिटाइजर के साथ बच्चे बुधवार की सुबह स्कूल जाते दिखे. कोविड के कारण करीब दो साल तक बच्चों को घर पर रहना पड़ा और इस दौरान उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हुई.
इस दौरान स्कूल से लेकर कॉलेज तक बंद रहे. लेकिन अब लगातार कम हो कोरोना मामलों को देखते हुए राज्य सरकारों ने स्कूल-कॉलेजों को खोलने का फैसला किया है. हालांकि, अभी भी कुछ राज्य ऐसे हैं जो वेट एंड वॉच की स्तिथि में हैं. यूपी, दिल्ली, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान जैसे राज्यों में सख्त प्रोटोकॉल के साथ स्कूल खुले हैं.
कोरोना की दूसरी लहर सुस्त पड़ने के बाद एक तरफ जहां आम जनजीवन पटरी पर आ रहा है. वहीं दूसरी तरफ स्कूल कॉलेज भी खोल दिए गए हैं. उत्तर प्रदेश में आज से प्राथमिक विद्यालय भी खोल दिए गए और कोविड प्रोटोकाल के तहत पठन-पाठन का कार्य भी शुरू हो गया.
इसी कड़ी में पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में भी तमाम प्राथमिक विद्यालय आज से खुल गए. तकरीबन 4 महीने से इन विद्यालयों में पठन-पाठन बंद था. आज जब पहले दिन स्कूल खुला तो साफ सफाई के साथ-साथ ही स्कूलों की विशेष सजावट भी की गई थी. छोटे-छोटे बच्चे जब स्कूल पहुंचे तो उनका स्वागत अध्यापकों द्वारा टीका लगाकर किया गया. साथ ही साथ बच्चों की थर्मल स्क्रीनिंग भी की गई.
काफी दिनों बाद स्कूल पहुंचकर एक तरफ जहां बच्चे काफी खुश दिखे. वहीं दूसरी तरफ शिक्षक भी काफी उत्साहित दिखाई दिए. शिक्षकों के अनुसार शासन द्वारा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पठन-पाठन का कार्य कराना है. अगर बच्चों की तादाद ज्यादा हो गई तो विद्यालय को दो शिफ्ट में चलाया जाएगा.
करीब डेढ़ साल बाद मध्य प्रदेश के स्कूलों में छठी से 8वीं तक की क्लासेस आज से शुरू हो गई है. फिलहाल छात्रों को 50% स्टाफ के साथ बुलया जा रहा है. अब तक हफ्ते में सिर्फ 2 दिन क्लास लग रही थी लेकिन आज से हफ्ते के सातों दिन स्कूल खुलेंगे.
क्लासेस में छात्रों को एक बेंच छोड़कर बैठाया जा रहा है और अभिभावकों के सामने विकल्प मौजूद हैं कि वो चाहें तो बच्चों को स्कूल भेजें नहीं तो ऑनलाइन क्लास में पढ़ाएं. टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए कोरोना वैक्सीनेशन अनिवार्य किया गया है. गेट पर बच्चों का टेम्परेचर चेक हो रहा है और हाथ को सैनिटाइज करने की भी व्यवस्था की गई है. फिलहाल स्कूल प्रेयर, कैंटीन में जाने और एक साथ जमा होने पर प्रतिबंध है. (रिपोर्ट- रवीश पाल सिंह)
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि, आज से स्कूल खुले हैं लेकिन हमने किसी अभिभावक को बाध्य नहीं किया है कि स्कूल आना जरूरी है. बच्चा चाहे तो ऑनलाइन क्लास से ही काम चला सकता है. शिक्षा की गतिविधियां धीरे-धीरे आगे बढ़ाएंगे. कहीं कोरोना के मामले बढ़ेंगे तो स्कूल तुरंत बंद कर देंगे.
मध्य प्रदेश में 6 से 12वीं तक के बच्चे आज स्कूल पहुंचे हैं. वहीं, कर्नाटक सरकार ने भी आज से स्कूल खोल दिए हैं.
राजस्थान में भी करीब छह महीने बाद आज से स्कूल खुल गए हैं. राजस्थान में सुबह 7.30 बजे नौवीं और 11वीं कक्षा के छात्र स्कूल पहुंचे हैं. वहीं 10वीं और 12वीं के छात्रों की स्कूल पहुंचने की टाइमिंग सुबह 8 बजे है. 8वीं और इससे नीचे की कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खोलने के संबंध में सरकार ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है. राजस्थान सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस के मुताबिक 60 फीसदी बच्चे ही स्कूल जा सकेंगे. 40 फीसदी बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन होगी.
राजस्थान शिक्षा विभाग ने इसके लिए पहले ही मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी कर दी है. साथ ही राज्य के सभी विद्यालयों में पाठयक्रम में 30 प्रतिशत तक कटौती करने का भी फैसला लिया गया है. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया, 'पिछले तीन महीनों में कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से विद्यालयों में कक्षाएं शुरू नहीं हो सकीं जिसके चलते छात्रों की पढ़ाई बाधित हुई है, इसी वजह से राज्य के सभी विद्यालयों में पाठयक्रम को 30 प्रतिशत कम करने का निर्णय किया गया है.'
दिल्ली के हारकोर्ट बटलर स्कूल में कुल 5 छात्र पहुंचे, जिसके बाद टीचर्स ऑनलाइन क्लास लेते नजर आए.
दिल्ली सरकार द्वारा स्कूल खोले जाने को लेकर जारी दिशा-निर्देश...
> किसी भी छात्र को विद्यालय आने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा.
> अभिभावकों की सहमति अनिवार्य होगी.
> एक समय पर एक क्लास में अधिकतम 50 परसेंट छात्र होंगे.
> क्लास में प्रत्येक एक सीट के बाद दूसरी सीट खाली हो.
> लंच चरणबद्ध तरीके से हो ताकि एक समय पर अधिक भीड़ नहीं लगे.
> लंच के लिए छात्रों को खुली जगह में भेजा जाए.
> सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की जाए.
> इमारत को रोगाणु-मुक्त किया जाए.
> हाथ धोने का उचित प्रबंध हो.
> आपात स्थिति के लिए स्कूल, कॉलेज में अलग क्लास बनाए जाएं.
> आगंतुकों को स्कूलों में आने से रोका जाए.
राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के कारण लंबे वक्त से बंद रहने के बाद आज से स्कूल खुल रहे हैं. हालांकि, कुछ स्कूलों ने 'इंतजार करो और देखों' की नीति अपनाई है. वहीं, कुछ ने बाद में स्कूल खोलने का फैसला किया है. कोरोना की स्थिति लगातार हो रहे सुधार को देखते हुए दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को कक्षा 9वीं से 12वीं तक के स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान एक सितंबर से खोले जाने की घोषणा की थी.
यूपी में स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं होगी. इस दौरान अगर कोरोना की स्थिति बिगड़ती है तो स्कूल फिर से बंद किए जा सकते हैं. यूपी सरकार ने पहले 16 अगस्त से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के स्कूल, विश्वविद्यालय, कॉलेज और कोचिंग संस्थान खोलने का फैसला किया था.
यूपी में स्कूलों के लिए गाइडलाइन
> मास्क और सामाजिक दूरी का करवाया जाएगा पालन
> स्कूलों में दो पालियों में होगी पढ़ाई
> ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन कक्षाओं का भी है विकल्प
> सुबह 8 बजे से खुलेंगे स्कूल
> दो पालियों में चलेगी क्लास
> पहली पाली सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक
> दूसरी दोपहर 12.30 से शाम 4.30 बजे तक
> दोनों पालियों में छात्रों की संख्या 50 प्रतिशत होगी
> अभिभावक की अनुमति के बाद ही छात्र पढ़ाई के लिए स्कूल आ सकेंगे
> माध्यमिक विद्यालयों में सोमवार से शुक्रवार तक कक्षाएं लगेंगी
1- 4-4 घंटे की 2 शिफ्ट में होंगी क्लासेस
2- एक शिफ्ट में क्लास में बैठ सकेंगे 50% विद्यार्थी
3- क्लासरूम में ही होगी असेंबली
4- इंटरवल में क्लास में ही करना होगा लंच
5- ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में होगी पढ़ाई
6- अभिभावकों की अनुमति के बाद ही बच्चों को मिलेगा स्कूल में प्रवेश
7- स्कूल ना आने वाले बच्चे घर से कर सकेंगे ऑनलाइन क्लासेस
UP School Reopen: उत्तर प्रदेश में आज पहली क्लास से लेकर 5वीं क्लास तक के स्कूल खोल दिए गए हैं. बुधवार की सुबह लखनऊ समेत पूरे राज्य में छात्र स्कूल ड्रेस में स्कूल जाते दिखे. कोविड गाइडलाइन के मुताबिक इन स्कूलों को खोला गया है. इस दौरान बेसिक शिक्षा परिषद ने निगरानी के लिए टीम बनाई है.