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82 वर्ष के बद्री प्रसाद शर्मा उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में रहते हैं. पढ़ाई की जज़्बा ऐसा है कि इस उम्र में भी IGNOU से MA कर रहे हैं. इनकी कहानी बेहद रोचक है. नौकरी में रहते हुए उन्होंने वकालत की. इतना ही नहीं, वह कहते हैं कि पढ़ाई को उन्होंने हमेशा जीवन का हिस्सा बनाए रखा. यही वजह है कि इस उम्र में भी वह और भी बहुत कुछ सीखना और जानना चाहते हैं. बद्री प्रसाद जी की उम्र के उनके साथी भी उनकी तारीफ करते नहीं थकते.
सिर्फ 82 साल के शर्मा जी नहीं, बल्कि ऐसे बहुत सारे बुजुर्ग इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रहे हैं. IGNOU में आपको पढ़ाई करने वाले लगभग हर उम्र के लोग मिल जाएंगे. इग्नू की नोएडा ब्रांच में पिछले 6 साल में 93,309 लोगों ने एडमिशन लिया है. इसमें 30 साल से ज्यादा की उम्र के 21,985 लोगों ने एडमिशन लिया है. सिर्फ जनवरी सेशन की बात करें तो 1400 से ज्यादा लोगों ने लंबे अंतराल के बाद दोबारा पढ़ाई शुरू की है.
इतना ही नहीं इग्नू में ब्रेक के बाद पढ़ाई शुरू करने वाली महिलाओं की भी अच्छी खासी संख्या है. यहां पिछले 7 सालों में 7397 महिलाएं एडमिशन ले चुकी हैं. जनवरी सेशन में ही 2530 महिलाओं ने एडमिशन लिया. इनमें से 500 से ज्यादा महिलाएं 30 से ज्यादा की उम्र की हैं. इतना ही नहीं 40 से ज्यादा की उम्र की महिलाएं इग्नू से 10वीं और 12वीं की पढ़ाई भी कर रही हैं.
इग्नू में ऐसे बहुत सारे लोग पढ़ाई कर रहे हैं, जो नौकरी करते हुए डिग्री या डिप्लोमा लेना चाहते हैं. डॉ अमित चतुर्वेदी बताते हैं कि कई लोग सबसे ज्यादा अलग भाषाओं को सीखने के लिए आते हैं. इस वक्त जर्मन भाषा को सीखने का क्रेज सबसे ज्यादा देखा जा रहा है. नई भाषा सीखने वालों में कई बुजुर्ग भी शामिल है. ये बुजुर्ग नई पीढ़ी के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं.