
मेरठ में एक गोल्ड मेडलिस्ट और दो बार नेट परीक्षा पास छात्रा ने चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी (CCSU) प्रशासन पर पीएचडी में दाखिले के लिए इंटरव्यू में बिना सवाल किए ही फेल करने का आरोप लगाया है. छात्रा का कहना है कि जब उसने सिलेक्शन लिस्ट देखी तो उसमें उसका नाम नहीं था और जब इसके बारे में जानकारी की तो पता चला कि उसके इंटरव्यू में कम मार्क्स हैं, जबकि छात्रा का कहना है कि उससे कोई सवाल ही नहीं पूछा गया था.
दरअसल, वर्ष 2019 में इतिहास में सर्वाधिक अंक पाते हुए दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति के हाथों गोल्ड मेडल पाने वाली छात्रा हिमानी पाल ने पीएचडी करने के लिए मेरठ की सीसीएस यूनिवर्सिटी से फॉर्म भरा था. हिमानी का कहना है कि उसने पीएचडी के लिए आवेदन किया था लेकिन जब रिजल्ट देखा तो वह चौक गई. उसका नाम सूची में नहीं था जिसके बाद वह मंगलवार को कैंपस पहुंची तो बताया गया कि उसके इंटरव्यू में कम अंक हैं. छात्रा का कहना है कि इंटरव्यू पैनल में उससे एक भी सवाल नहीं पूछा. छात्रा ने कहा वो दो बार नेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुकी है. विश्वविद्यालय से गोल्ड मेडलिस्ट है, आखिर यह कैसे संभव हो सकता है. इस मामले में सीसीएस यूनिवर्सिटी ओर से एक कमेटी बनाई गई जिसने पाया की हिमानी को 22 अंक दिए गए थे लेकिन हिमानी जांच समिति की रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है.
वहीं यूनिवर्सिटी के प्रशासन का कहना है कि छात्रा ने रजिस्ट्रार से शिकायत की जिसके बाद रजिस्ट्रार के द्वारा इस पर जांच समिति बनाई गई थी. जांच समिति ने इतिहास विभाग में जाकर जांच की जिसमें पाया की छात्रा को 22 नंबर इंटरव्यू में मिले हैं. सीसीएस यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि जहां तक छात्रा के आरोपों का सवाल है कि उससे कोई सवाल नहीं किया गया इंटरव्यू के लिए तीन लोग बाहर से आते हैं और दिन भी वही रहते हैं, HOD भी वही होता है ऐसा पॉसिबल नहीं कि किसी ने कुछ सवाल ही न किया हो.
वहीं हिमानी का कहना है कि उसने हर जगह एप्लीकेशन दी है, 2 दिनों से कैंपस के चक्कर लगा रही है, उसको 22 नंबर कहां से मिले जब किसी ने कोई सवाल ही नहीं किया. हिमानी आज भी सीसीएस यूनिवर्सिटी के प्रशासन से मिली थी और अब उसे सोमवार को बुलाया गया है.