
बरही, हजारीबाग के कोनरा में एक 8वीं क्लास के छात्र ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. फांसी लगाने वाला छात्र मो. रेहताज का 15 वर्षीय पुत्र मो. रेहान अशरफ था. मृतक के पिता ने बताया कि रसोइया धमना के चकूरा टाड़ में स्थित रॉयल आर्किड इंटरनेशनल स्कूल में उनका बेटा 8वीं कक्षा में पढ़ाई करता था. शनिवार को उसकी वार्षिक परीक्षा थी. परीक्षा के दौरान स्कूल से फोन आया कि उनका बेटा परीक्षा देने के दौरान चीटिंग करता पकड़ा गया है, जिसके बाद वे फौरन स्कूल गए.
उनके स्कूल जाने से पहले ही उनका पुत्र रेहान स्कूल बस से घर आ गया था. जब रेहताज घर आया तो देखा कि वह बैठा हुआ है. उसी दौरान घर में पीने वाला पानी खत्म हो गया था जिसके चलते रेहताज पानी लेने बाहर गए. जब पानी लेकर घर पहुंचे तो देखा कि पंखा लगाने वाले हुक में झूले वाली रस्सी के सहारे उनका पुत्र गले में फंदा लगाकर लटका हुआ है.
इसके बाद शोर-शराबा होने पर आसपास के लोग आ गए और किसी तरह उसे नीचे उतारा. छात्र को अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस दौरान परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था.
घटना की जानकारी मिलने पर बरही थाना की पुलिस बरही अनुमंडलीय अस्पताल पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया. मृतक के पिता ने स्कूल के प्रधानाचार्य व शिक्षकों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज की है.
शिकायत में उन्होंने रॉयल ऑर्किड इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाचार्य अनूप कुमार सिंह, वर्ग शिक्षक शुभाशीष एवं प्रशांत कुमार पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि परीक्षा में कथित रूप से चीटिंग का आरोप लगाकर उक्त तीनों के द्वारा बच्चे को मानसिक रूप से काफी प्रताड़ित किया गया, जिसके चलते बच्चे ने फांसी लगा ली. उन्होंने सभी के विरुद्ध अपने पुत्र की हत्या की प्राथमिकी दर्ज करते हुए उचित कार्रवाई करने का मांग की.
स्कूल प्रधानाचार्य ने बताया बेबुनियाद आरोप
स्कूल के प्रधानाचार्य से इस संबंध में बात करने पर उन्होंने बताया कि मृतक छात्र रेहान के परिजनों के द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं. शनिवार को 10 से 1 बजे तक स्कूल की वार्षिक परीक्षा ली जा रही थी, आज अंग्रेजी विषय का परीक्षा था. परीक्षा देने के दौरान 2 लोगों को चीटिंग करते हुए पकड़ा गया जिसमें मो. रेहान व गगन कुमार सिंह शामिल थे. दोनों के परिजनों को स्कूल के द्वारा फोन करके बुलाया गया, जिसमें मो. रेहान के पिता स्कूल पहुंचे और मुझसे बात भी हुई.
स्कूल के नियम का हवाला देते हुए फिर से एग्जाम देने की बात कही गई. क्योंकि बच्चा स्कूल बस से आया था इसलिए उसे स्कूल बस से ही भेज दिया गया. उसके बाद पिता भी अपने घर चले गए. हमारे यहां किसी भी तरह का दुर्व्यवहार बच्चे के साथ नहीं किया गया, जो भी बातें हुईं वह पूरी तरह से सीसीटीवी कैमरे में कैद हैं. वहीं, इस तरह की घटना से मैं भी अचंभित हूं.