
भारत के प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में से एक आईआईएम संबलपुर ने दिल्ली में वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए अपने पहले एमबीए बैच का आधिकारिक तौर पर उद्घाटन किया. यह IIM संबलपुर के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जहां कामकाजी पेशेवर और उद्यमियों का समूह अपनी-अपनी कारोबारी यात्रा जारी रखते हुए मैनेजमेंट एजुकेशन को जारी रख सकते हैं. कार्यक्रम की मुख्य विशेषता यह है कि यह फंक्शनल डोमेन के अलावा डेटा साइंस, प्रोडक्ट मैनेजमेंट, इनोवेशन और स्टार्ट-अप में विशेषज्ञता प्रदान करता है.
इस अवसर पर एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज नई दिल्ली के संयुक्त सचिव डॉ. आलोक कुमार मिश्रा ने इस बात की जानकारी दी कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में शुरू की गई क्रेडिट प्रणाली छात्रों को देश के भीतर और अन्य देशों के संस्थानों में भाग लेने की अनुमति देती है.
आईआईएम संबलपुर के निदेशक प्रोफेसर महादेव जायसवाल का कहना है कि हम देख रहे हैं कि हाल के दौर में जैसे-जैसे उद्योग विकसित हो रहे हैं, उसी तरह मैनेजमेंट एजुकेशन की जरूरत भी विकसित हो रही है. आज जरूरत इस बात की है कि हम इनोवेशन पर आधारित उद्यमिता को बढ़ावा दें. इस परिदृश्य को देखते हुए भारतीय बिजनेस स्कूलों में इनोवेशन और इंटीग्रेशन को बढ़ावा देने की जरूरत भी महसूस की जा रही है. मुझे लगता है कि आने वाले समय में इन तथ्यों का देश की जीडीपी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. हम शिक्षा में समावेशिता और लैंगिक विविधता की दिशा में काम करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. हम छात्रों को डिजिटल टैक्नोलॉजी, सस्टेनेबिलिटी और इनोवेशन में नेतृत्व करने के लिए काबिल बनाते हुए उद्यमशीलता की मानसिकता को अपनाने और सामाजिक समस्याओं का समाधान बनाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.
80 साल की उम्र में लिया एडमिशन
वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए आईआईएम संबलपुर के एमबीए के पहले बैच का सबसे प्रेरणादायक हिस्सा बने जी एम गुप्ता एक उद्यमी हैं. वे 80 वर्ष से अधिक उम्र के हैं और दिल्ली में एमबीए प्रोग्राम में शामिल हुए हैं. जीएम गुप्ता ने बताया कि इस कोर्स में शामिल होने से पहले उन्होंने अपनी पीएचडी की डिग्री भी पूरी कर ली थी. फिलहाल वह डिफेंस सेक्टर के एक स्टार्टअप के मालिक हैं जबकि उन्होंने डीसीएम श्रीराम में भी लंबे समय तक काम किया है. एक स्टार्टअप के प्रमुख होने के नाते उनका मानना है कि नई तकनीकों के बारे में जानकारी हासिल करना, केस स्टडीज के माध्यम से ज्ञान और सीखे गए पुराने नियमों को भुलाना उन्हें इसे और अधिक प्रभावी ढंग से मैनेज करने में सक्षम करेगा.
गौरतलब है कि आईआईएम संबलपुर 21-23 दिसंबर, 2023 के दौरान प्रतिष्ठित ‘पैन आईआईएम वर्ल्ड मैनेजमेंट कॉन्फ्रेंस-2023’ का आयोजन करेगा. इस कॉन्फ्रेंस की थीम‘एंटरप्रेन्योरियल इनोवेशन एंड डिजिटल गवर्नेंस फॉर इन्क्लूसिव एंड सस्टेनेबल ग्रोथ’होगी.