
NEET UG परीक्षा रद्द होगी या नहीं? 18 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में 4 घंटे चली सुनवाई के बाद भी इसका फैसला नहीं हो सका है. चीफ जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन जजों की बेंच ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को सभी नीट यूजी परीक्षार्थियों के मार्क्स (सिटी और सेंटर वाइज) शनिवार दोपहर 12 बजे तक ऑनलाइन अपलोड करने का निर्देश दिया है. सुनवाई के दौरान पेपर लीक, CBI-IIT मद्रास की रिपोर्ट, परीक्षा में गड़बड़ी की पूरी टाइमलाइन, कितने सॉल्वर्स पकड़े गए समेत कई मुद्दों पर बहस हुई. इस बीच सॉल्वर गैंग के नीट का पेपर उड़ाने और छात्रों को रटवाने वाले 45 मिनट की टाइमलाइन पर SC ने भी हैरानी जताई है.
एग्जाम से एक घंटे पहले ली गई थी पेपर की तस्वीरें
बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की जांच में सामने आया था कि परीक्षा से पहले कुछ छात्रों को एक 'सेफ हाउस' में नीट यूजी क्वेश्चन पेपर देकर आंसर रटवाए गए थे. हालांकि सुनवाई के दौरान एनटीए का पक्ष रख रहे सॉलिसिटर जनरल (SG) तुषार मेहता ने पेपर लीक से इनकार कर दिया. उन्होंने कोर्ट में कहा कि पेपर लीक नहीं हुआ गड़बड़ी हुई है. सीबीआई जांच के अनुसार झारखंड के हजारीबाग में एक विशेष केंद्र पर एक व्यक्ति ने परीक्षा के दिन सुबह 8 बजे से 9.23 बजे के बीच प्रश्नपत्रों की अनधिकृत रूप से तस्वीरें लेता है और बाहर आ जाता है.
CJI ने पेपर सॉल्व की टाइमिंग पर जताई हैरानी
CJI ने हैरानी जताते हुए कहा कि मान लीजिए कि ऐसा होता है, तो आपके अनुसार छात्रों को सुबह 10.15 बजे पेपर मिल गया. इसमें 180 प्रश्न हैं. क्या यह संभव है कि 9.23 से 10.15 के बीच प्रॉब्लम सॉल्व कर ली हों और उन्हें 45 मिनट में छात्रों को दे दिया जाए? यानी पूरा पेपर 45 मिनट में सॉल्व किया गया और छात्रों को दिया गया, बहुत दूर की कौड़ी है.
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NTA ने माना 1 घंटे में 150 छात्रों को रटवाए गए नीट के आंसर
एनटीए का प्रतिनिधित्व कर रहे एसजी ने माना कि छात्रों को एक घंट में पेपर रटवाया गया. सीजेआई के 45 मिनट वाले सवाल पर एसजी ने कहा कि एक घंटा, 7 सॉल्वर्स थे और उन्होंने 25-25 छात्रों को पेपर बांट दिया. प्रश्न सॉल्व हुआ और गिरोह को पैसे देने वाले छात्रों को याद करने के लिए दिया गया. सीजेआई ने एसजी से पूछा कि तो 225 छात्रों को पेपर के आंसर रटवाए गए? एसजी कहा, 'सटीक आंकड़ा नहीं बता सकते, लेकिन इन छात्रों की संख्या 150 से ज़्यादा नहीं हो सकती.
हालांकि कोर्ट एसजी की इस बात से सहमत नहीं दिखा. सीजेआई ने कहा कि हमें चिंता इस बात की है कि 'पेपर ब्रीच' पीरियड और परीक्षा के बीच कितना समय था. तब स्केल होने की संभावना कम होती है. क्या कोई परीक्षा से पहले 45 मिनट के लिए 75 लाख का भुगतान करता है? आखिर में कोर्ट ने सभी नीट छात्रों की गोपनीयता का ख्याल रखते हुए उनके मार्क्स सिटी और सेंटर वाइज ऑनलाइन अपलोड करने का निर्देश दिया है.
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अब 22 जुलाई की सुनवाई के इंताजर में 23 लाख उम्मीदवार
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार तक काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. 22 जुलाई को होने वाली सुनवाई में नीट यूजी काउंसलिंग, पेपर लीक केस, परीक्षा रद्द करके री-एग्जाम की मांग आदि की याचिकाओं पर सुनवाई होगी. एनटीए की ओर से 24 जुलाई से नीट यूजी काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू करने की संभावना जताई है.
बता दें कि गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से पहले एनटीए ने अपना लिखित जवाब दाखिल किया था. एनटीए का कहना है कि नीट परीक्षा में कोई सिस्टेमैटिक फेलियर नहीं था. बिहार की घटना एक आपराधिक गतिविधि है, जिन घटनाओं का जिक्र किया जा रहा है उनकी जांच चल रही है. एनटीए ने कोर्ट को बताया कि जांच बिहार पुलिस द्वारा शुरू की गई थी, जिसे ईओयू विंग को सौंप दिया गया था. इसके बाद केंद्रीय स्तर पर नीट मामलों की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो को स्थानांतरित कर दी गई है.