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मिसाल है! मिलिए 800 स्पेशल बच्चों की टीचर दीदी से, PM Modi भी कर चुके हैं तारीफ

स्पेशल या दिव्यांग बच्चे दीपमाला के पढ़ाने के तरीके से ना सिर्फ अच्छे से पढ़ रहे हैं बल्कि उनकी पढ़ाई में रूचि भी बढ़ी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके काम की तारीफ कर चुके हैं. आज पूरे जिले में 50 से ज्यादा टीचर उनके अभियान से जुड़ चुके हैं, जो स्पेशल बच्चों की मदद कर रहे हैं.

पीएम मोदी ने 'मन की बात' के दौरान बरेली की टीचर दीपमाला की तारीफ की थी. पीएम मोदी ने 'मन की बात' के दौरान बरेली की टीचर दीपमाला की तारीफ की थी.
वरुण सिन्हा
  • बरेली,
  • 29 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 5:45 PM IST

उत्तर प्रदेश में स्पेशल चिल्ड्रन की टीचर लोगों के लिए मिसाल पेश कर रही हैं. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके काम की तारीफ कर चुके हैं. हम बात कर रहे हैं यूपी के बरेली की टीचर दीपमाला पांडे की. जिन्होंने खुद स्पेशल चाइल्ड के लिए वन टीचर वन कॉल की शुरुआत की है और सैकड़ों छात्रों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है. ये शिक्षिका छात्रों की टीचर दीदी के नाम से मशहूर है.

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सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों में कुछ बच्चे ऐसे होते है जो दिव्यांग या स्पेशल चाइल्ड होने की वजह से नॉर्मल बच्चों से काफी अलग-थलग पड़ जाते हैं. वे कई बार उनके बीच अपनी जगह नहीं बना पाते है. ऐसे में इन बच्चों के लिए बरेली की शिक्षिका दीपमाला पांडे ने एक नई पहल की है. दीपमाला ने स्पेशल बच्चों को पढ़ाने के तरीके में बदलाव करके उन्हें मुख्य विचाधारा से जोड़ने का काम किया है.

स्पेशल या दिव्यांग बच्चे दीपमाला के पढ़ाने के तरीके न सिर्फ अच्छे से पढ़ रहे हैं बल्कि उनकी पढ़ाई में रूचि भी बढ़ी है. दीपमाला ने बताया कि शुरुआत में इन बच्चों के साथ काफी दिक्कतें आई लेकिन धीरे-धीरे ये बच्चे मेरी भाषा और मैं इन बच्चों को समझने लगी. इस मिशन का मुख्य उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा दिव्यांग बच्चे स्कूल में एडमिशन लें और पढ़ाई करें.

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बच्चों के साथ बरेली की टीचर दीपमाला पांडे की तस्वीर

अब दीपमाला की मेहनत रंग ला रही है. अब तक करीब 800 से ज्यादा स्पेशन बच्चों का स्कूल में एडमिशन हो चुका है. उनका कहना है कि मैंने इस अभियान को अकेले शुरू किया था, फिर धीरे-धीरे लोग उनके इस अभियान से जुड़ने लगे. अब पूरे जिले में 50 से ज्यादा टीचर उनके अभियान से जुड़ चुके हैं, जो स्पेशल बच्चों की मदद कर रहे हैं.

दीपमाला ने बताया कि मेरा हौसला उस वक्त ज्यादा बढ़ा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में मेरा नाम और मेरे काम का जिक्र किया. उसके बाद से मैं अपने काम में कई तरह के बदलाव ला चुकी हूं. अब हम इस मुद्दे पर काम कर रहे हैं कि कैसे स्पेशल चाइल्ड के लिए स्पेशल ट्रेनर की सख्या बढ़ाई जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा स्पेशन बच्चों को इससे मदद मिल सके.

 

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