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Dark web क्या बला है? जहां लीक हुए UGC NET परीक्षा के सवाल, श‍िक्षामंत्री ने क‍िया जिक्र

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 20 जून को प्रेसवार्ता में बताया था कि यूजीसी नेट के कुछ सवाल डार्क वेब के जरिये लीक हो गए थे. इसकी जानकारी मिलने के बाद ये यूजीसी नेट को कैंसिल किया गया. उन्होंने कहा कि डार्क वेब पर ही नेट एग्जाम का पेपर लीक किया गया है. ऐसेे में आइए जानते हैं कि डार्क वेब होता क्या है.

 What is Dark Web? (Photo Design by Neha Gupta) What is Dark Web? (Photo Design by Neha Gupta)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 जून 2024,
  • अपडेटेड 3:55 PM IST

UGC NET परीक्षा पेपर लीक मामले में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि गृह मंत्रालय की साइबर विंग I4C ने 19 जून की दोपहर 3 बजे रिपोर्ट दी कि परीक्षा के पेपर डार्क वेब पर लीक हो गए थे. हमने जब इसका मिलान किया और पाया कि क्वेश्चन पेपर एक जैसे थे और लीक हुए क्वेश्चन पेपर टेलीग्राम पर थे. शिक्षा मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ज‍िस डार्क वेब का जिक्र किया है. ऐसे में आइए जानते हैं कि Dark Web होता क्या है.

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सबसे पहले तो यह जान लीजिए कि डार्क नेट या डार्क वेब इंटरनेट की ऐसी दुनिया है जो सामने दिखती नहीं है लेकिन उसका अस्त‍ित्व है. इंटरनेट की इस दुनिया में पहुंचना आसान नहीं है, अगर आप Google, Yahoo आदि सर्च इंजन के जरिये डार्क वेब पर जाना चाहेंगे तो आपको इसका पता नहीं चलेगा. इंटरनेट की इस डार्क साइड का इस्तेमाल अधिकतर गैर-कानूनी एक्टिविटी के लिए किया जाता है.

अवैध कामों का ठिकाना है Dark Web

डार्क वेब पर जाने के लिए आपको इसमें इस्तेमाल होने वाले URL और Extension का पता होना चाहिए. गूगल पर बाकी साइट्स पर आपको  .com, .org and .edu जैसे एक्सटेंशन मिलेंगे, लेकिन डार्कवेब पर  .onion जैसे एक्सटेंशन का इस्तेमाल किया जाता है. इसके एक्सटेंशन में आपको कई सारे लेटर और नंबरों के साथ मिलकर ऐसे शब्द मिलेंगे जिनका इस्तेमाल बहुत कम होता है और उन्हें ढूढ़ना भी काफी मुश्किल है. एन्क्रिप्शन और The Onion Router जैसी नई टेक्नोलॉजी की मदद से लोग डार्क वेब तक पहुंच सकते हैं.

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अभी आप गूगल पर जो भी सर्च कर रहे हैं या देख रहे हैें इसे सेफ वेब कहा जाता है. रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेट पर जो हम आसानी से देख पा रहे हैं वह पूरे इंटरनेट का सिर्फ 5 प्रतिशत हिस्सा है, असल में इंटरनेट की दुनिया में काफी कुछ है. डार्क वेब पर ना जाने कितनी साइट्स हैं जिन तक पहुंचने के लिए ट्रिक्स का इस्तेमाल करना पड़ता है.

कहा जाता है कि दुनियाभर में गैर-कानूनी काम के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल किया जाता है. जैसे- फिशिंग, स्कैम, हैकिंग, क्रेडिट कार्ड को बेचना, चोरी, अवैध कंटेंट, अकाउंट हैक करना आदि. इस वेब में लोगों का चुराया हुआ डेटा मौजूद होता है जिसे इलीगल तरीके डार्क वेब पर बेचा जाता है. वैसे तो डार्क वेब का इस्तेमाल गैरकानूनी नहीं है, लेकिन इसके कई खतरे होते हैं. यहां आप स्कैम, संदिग्ध सॉफ्टवेयर या सरकारी मॉनिटरिंग का शिकार हो सकते हैं. यही वजह है कि सामान्य यूजर्स को इंटरनेट की इस दुनिया से दूर रहने की सलाह दी जाती है.  

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