
UP Board Exams 2024: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू हो रही हैं. इस बार नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए पहली बार कक्ष निरीक्षकों का बार कोड युक्त आईडी-कार्ड बनाया गया है. तो वहीं परीक्षा की पांच स्तरीय मॉनिटरिंग भी होगी. शिक्षा विभाग के साथ यूपी पुलिस भी नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए तैयारी कर चुकी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बोर्ड परीक्षा की तैयारी को परखने के लिए समीक्षा बैठक की है. नकल कराने वालों से लेकर पेपर लीक करने वालों को जेल भेजने की तैयारी की गयी है साथ ही व्हाएट्सएप से लेकर सोशल मीडिया तक मॉनिटर किया जा रहा है, ताकि किसी भी तरह की अराजकता ना फैलाई जा सके.
यूपी के 8265 परीक्षा केंद्रों में होंगे एग्जाम
यूपी बोर्ड में दसवीं और बारहवीं की परीक्षा 22 फरवरी से 9 मार्च तक चलेंगी. इसके लिए 55 लाख 25 हजार 308 परीक्षार्थियों में रेजिस्ट्रेशन कराया है. हाई स्कूल में परीक्षार्थियों की संख्या 29 लाख 47 हजार 311 है जबकि इंटरमीडीएट में ये संख्या 25 लाख 77 हजार 997 है. परीक्षा के लिए यूपी में 8265 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. लखनऊ में शिक्षा निदेशालय का मुख्य कंट्रोल रूम बनाया गया है. इससे पूरे प्रदेश के परीक्षा केंद्रों और स्ट्रॉग रूम्स पर नजर रखी जाएगी. अपर मुख्य सचाई माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार ने बताया कि इस बार कंट्रोल रूम की संख्या बढ़ाई गयी है. शिक्षा निदेशालय में मुख्य कंट्रोल रूम होगा जबकि विद्या समीक्षा केंद्र लखनऊ में एक और कंट्रोल रूम बनाया गया है.
स्ट्रॉन्ग रूम में रखी जाएगी कड़ी नजर
यूपी बोर्ड परीक्षाओं को नकल विहीन कराने के लिए लखनऊ के निदेशालय में बना कंट्रोल रूम सबसे अहम है. यहां सभी मंडलों और सभी जिलों के लिए अलग-अलग डेस्क बनाए गए हैं. प्रदेश भर के किसी भी केंद्र पर यहां से बारीक नजर रखी जा सकती है. कंट्रोल रूम में सभी जिलों के लिए अलग-अलग स्टाफ नियुक्त किए गए हैं, जो कम्प्यूटर पर एक-एक गतिविधि को देखेंगे. इसके लिए न सिर्फ हर परीक्षा कक्ष में बल्कि हर स्ट्रॉग रूम्स में नजर रखी जा सकेगी. इतनी बड़ी संख्या में छात्रों और शिक्षकों पर नजर रखने के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश ने बहुत पहले से तैयारी शुरू कर दी थी.
यूपी एसटीएफ की निगरानी में होंगे परीक्षा केंद्र
यूपी के शिक्षा विभाग के साथ यूपी STF भी नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए काम करेगा. जहां बाहर किसी भी गड़बड़ी या संगठित नकल गिरोह पर कार्रवाई की जिम्मेदारी यूपी पुलिस की होगी. वहीं परीक्षा केंद्रों में नकल रोकने की जिम्मेदारी माध्यमिक शिक्षा विभाग की होगी. इस बार संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की संख्या 776 है, जबकि अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों की संख्या 275 है. ये केंद्र यूपी एसटीएफ की निगरानी में होंगे. स्ट्रॉग रूम और संकलन केंद्र सशस्त्र बलों की निगरानी में होंगे.