
कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में अब तक 20 हजार संदिग्ध अभ्यर्थी पाए गए हैं. इन सभी को परीक्षा के दिन केंद्र पर सप्लीमेंट्री कागज (पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट) के साथ ढाई घंटे पहले पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं. इन सभी का परीक्षा केंद्र पर ईकेवाईसी किया जाएगा. इसके बाद ही इन्हे परीक्षा की अनुमति दी जाएगी. इन सभी अभ्यर्थियों की परीक्षा के बाद भी स्कूटनी की जाएगी.
परीक्षा केंद्रों में लगाई गईं 17 हजार दीवार घड़ियां
पिछले 20 दिनों से यूपी पुलिस और एसटीएफ 1541 ऐसे अपराधियों पर लगातार नजर रख रही है, जो पिछले 12 वर्षों से पेपर लीक और सॉल्वर गैंग जैसी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं. इन सभी अपराधियों की लिस्ट यूपी पुलिस और एसटीएफ को बोर्ड की ओर से मुहैया कराई गई है. कुछ दिनों से टेलीग्राम के करीब 10 चैनल पर सक्रिय ठगी के गिरोह की जानकारी भी एसटीएफ और यूपी पुलिस से साझा की गई है ताकि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके.बोर्ड की ओर से अभ्यर्थियों को इन ठगों से सावधान रहने के लिए वेबसाइट और सोशल मीडिया के जरिये अलर्ट किया जा रहा है.
नहीं देना होगा बसों का किराया
किसी भी अभ्यर्थी से यूपी की रोडवेज बसों में किराया नहीं लिया जाएगा.उनका एडमिट कार्ड ही उनका टिकट होगा. इसके लिए उन्हे अपने एडमिट कार्ड की छायाप्रति कंडक्टर को देनी होगी.अभ्यर्थियों के टाइम मैनेजमेंट के लिए परीक्षा केंद्र के सभी 17 हजार कमरों में दीवार घड़ी लगाई गई है. इस बार सभी अभ्यर्थियों को ओएमआर सीट भरने के लिए 5 मिनट एक्स्ट्रा दिए जा रहे हैं.
इस बार नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए सभी अभ्यर्थियों का आधार सत्यापन किया जाएगा. 23 अगस्त को होने वाली परीक्षा के लिए मंगलवार से उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की वेबसाइट से एडमिट कार्ड डाउनलोड होना शुरू हो गए हैं. अभ्यर्थी अपनी परीक्षा तिथि के तीन दिन पहले से अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं.
प्रदेश के 67 जिलों में परीक्षा के लिए 1174 केंद्र बनाए गए हैं, जो सभी शहर में ही स्थित हैं. 5 दिनों में दो पॉली में 48,17,441 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे. हर जिले में दो नोडल नियुक्त किए गए हैं, जिसमें जिला प्रशासन के एडीएम और पुलिस के एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं. बोर्ड की तरफ से हर जिले में ऑब्जर्वर नियुक्त किये गये हैं। इनमें एसपी, एएसपी और डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी शामिल हैं.