
UP Medical Admission Scam: बीते सप्ताह यूपी में आयुष कॉलेजों में अपात्र कैंडिडेट्स के दाखिले का मामला सामने आया था. इसके बाद 891 ऐसे स्टूडेंट्स का एडमिशन रद्द कर दिया गया जो NEET परीक्षा में क्वालिफाई नहीं हुए थे, मगर उन्होंने गलत डॉक्यूमेंट्स के साथ आयुष कोर्सेज़ में एडमिशन ले लिया था. अब इस मामले की जांच का दायरा बढ़ने वाला है. अब 2021 से पहले हुए एडमिशन भी जांच के दायरे में आएंगे.
आशंका जताई जा रही है कि एडमिशन का फर्जीवाड़ा 2021 के पहले से चल रहा है. ऐसे में 2021 में हुए 891में अपात्र अभ्यर्थियों के फर्जीवाड़े से सीख लेते हुए बीते वर्षों में आयुष कॉलेजों में हुए एडमिशन भी जांचे जाएंगे. फर्जीवाडे की जांच कर रही यूपी एसटीएफ को आशंका है कि जालसाजो ने पहले से सिंडिकेट चला रखा था. तभी 2021 की नीट परीक्षा के बाद बड़े पैमाने पर स्कैम को अंजाम देने में सफल हुए हैं.
एसटीएफ की रिपोर्ट के बाद 2018 से आयुष कॉलेजों में हुए सभी एडमिशन की जांच होगी. शासन ने आयुष निदेशालय से एडमिशन पाने वालों का पूरा ब्यौरा तलब किया है. 2021 के एडमिशन से पहले, साल 2018, 2019, 2020 में हुई काउंसलिंग और एडमिशन पूरा ब्यौरा यूपी एसटीएफ ने मांगा है.