
नीट परीक्षा में कथित गड़बड़ियों को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि नीट में गड़बड़ियों की जांच होगी. उनके इस बयान के बावजूद छात्रों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी में छात्र संगठन ने प्रदर्शन किया.
दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संगठन AISA ने विरोध जताते हुए कहा कि शिक्षामंत्री ने और उनकी एनटीए संस्था ने छात्रों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है. प्रदर्शन में शामिल आइसा कार्यकर्ताओं ने काले झंडे लहराए.
प्रदर्शन में शामिल छात्र बोले, 'NEET और अब UGC-NET में हुए घोटाले ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के भ्रष्टाचार को पूरी तरह से उजागर कर दिया है.' प्रदर्शन में शामिल छात्रों ने मांग उठाई कि शिक्षा मंत्री को अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए.
आजतक से बातचीत में शिक्षा मंत्री ने मानी गड़बड़ियों की बात
NEET पर मचे घमासान के बीच शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान से आजतक ने खास बातचीत की. इस दौरान शिक्षामंत्री ने कहा कि NEET की परीक्षा 5 मई को हुई, इसमें 2 बात सामने आई हैं. पहली कुछ जगह पर गड़बड़ियों की बात आई है, दूसरी कुछ जगह पर समय कम मिलने के कारण स्टूडेंट्स में आक्रोश था. इसे लेकर छात्र कोर्ट पहुंचे. इस पर कोर्ट ने सुझाव दिया. इसके बाद NTA ने एक फॉर्मूला तैयार किया. इसके तहत ही ग्रेस मार्किंग की व्यवस्था की गई. इसके बाद कुछ स्टूडेंट फिर कोर्ट गए. अदालत के हस्तक्षेप से सरकार को कहा गया कि आप एक विकल्प मॉडल लेकर आएं. उन्होंने कहा कि 1563 छात्रों को परीक्षा में कम समय मिला था, ऐसे स्टूडेंट्स के लिए कोर्ट ने री-एग्जामिनेशन का आदेश दिया है. इसके बाद कुछ जगहों पर पेपर लीक की जानकारी भी सामने आई है. ये मामला पटना में सामने आया. वहां की पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.