
इंसान की पर्सनैलिटी में कॉन्फिडेंस का होना बहुत जरूरी है. जब व्यक्ति में कॉन्फिडेंस होता है, वो जीवन में खुश रहता है. चाहे आपकी प्रोफेशनल लाइफ हो या पर्सनल लाइफ, व्यक्ति का कॉन्फिडेंट होना जरूरी होता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि जो लोग कॉन्फिडेंट होते हैं, वर्क प्लेस पर वो ज्यादा खुश और सफल होते हैं.
कुछ लोगों में कॉन्फिडेंस नेचुरिली आता है, तो वहीं कुछ लोगों को कॉन्फिडेंस बनाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है. जब आप वर्क प्लेस पर कॉन्फिडेंट होते हैं, तो जिम्मेदारियां मिलती हैं, जो आपके करियर में सफलता के लिए बेहद अहम रोल निभाती हैं. आज हम आपको ऐसे ही कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं, जो वर्क प्लेस पर आपको कॉन्फिडेंट बनने में मदद करेंगी.
निगेटिव बातों से बचें: एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आपको कॉन्फिडेंस पाना है तो सबसे जरूरी है कि आप निगेटिव बातचीत से दूर रहें. कई बार दूसरों की निगेटिव बातें हमारे दिमाग पर असर डालती हैं तो कई बार हम खुद से ही निगेटिव बातें कर रहे होते हैं. खुद से की गईं निगेटिव बातें आपको निराश करती हैं और आप कभी भी कॉन्फिडेंट फील नहीं कर पाएंगे. पॉजिटिव माइंड आपको नई चीजें सीखने में मदद करता है और आपका कॉन्फिडेंस खुद ब खुद बढ़ता है.
अपनी ताकत को और मजबूत करें: हर व्यक्ति की कुछ न कुछ ताकत और कमजोरियां होती हैं. कई स्टडी ये दावा करती हैं कि जब आप अपनी ताकत को और मजबूत करते हैं, आपका कॉन्फिडेंस बढ़ता है. अपनी स्ट्रेंथ का पता लगाएं, उसके बाद उसपर मेहनत कर अपने आप को उस काम में बेस्ट करने की कोशिश करें. इससे आपका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा.
सवाल पूछें: कॉन्फिडेंस बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप सवाल पूछना सीखें. अगर ऑफिस में आपको कोई टास्क मिला है और वो आपको समझ नहीं आ रहा है तो आप उस बारे में सवाल करें, उसे अच्छे से समझें और फिर उसपर काम करें. बिना समझे किए गए काम में अक्सर कुछ गलतियां हो जाती हैं, और ये गलतियां आपका कॉन्फिडेंस कम करती हैं. इसलिए जरूरी है कि हर टास्क को अच्छे से समझें फिर ही उसे करें. टास्क को समझने के लिए सवाल करने जरूरी हैं.
खुद पर फोकस करें: कॉन्फिडेंस बूस्ट करने के लिए जरूरी है कि आप दूसरे क्या कर रहे हैं या कितने सफल हैं, इसपर ध्यान देने की बजाए खुद पर फोकस करें. आप खुद से सवाल करें कि आप जो काम कर रहे हैं, उसे और बेहतर कैसे किया जा सकता है. जब आप एक काम को करने के लिए बेहतर तरीके तलाशते हैं, उस वक्त आप कुछ नया सीख रहे होते हैं. जीवन में कुछ भी नया सीखने से हमेशा कॉन्फिडेंस बढ़ता है.
गलतियों के लिए खुद को दोष न दें: व्यक्ति का कॉन्फिडेंस सबसे ज्यादा तब कम होता है जब वो कुछ गलती कर देता है. गलती करना किसी को भी पसंद नहीं होता है, लेकिन आपको ये बात समझनी चाहिए कि सफलता की राह में गलतियां होना आम है. अपनी गलतियों से निराश होने की जगह आपको उनसे सीखना चाहिए. ऐसा करने से आपको कॉन्फिडेंस आएगा. जब आप अपनी गलतियों से सीखेंगे और उससे सफलता पाएंगे तो धीरे-धीरे आपका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा.