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Personality Development Tricks: जिंदगी और करियर से हताश होने लगे हैं आप? इन 5 टिप्स से आएंगे चमत्कारिक बदलाव

कई बार आप किसी न किसी बात को लेकर जीवन में हताश हो जाते हैं. ऐसे वक्त में आपको लगता है कि जीवन रुक सा गया है. ऐसे में आप कुछ भी प्रोडक्टिव नहीं कर पाते. आज हम आपको पांच ऐसे टिप्स बता रहे हैं जो आपको इस स्थिति से निकलने में मदद करेंगे.

How To Overcome hopelessness (Representational Image) How To Overcome hopelessness (Representational Image)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 मई 2023,
  • अपडेटेड 5:12 PM IST

हर किसी के जीवन में कभी न कभी ऐसा वक्त आता है जब व्यक्ति बहुत निराश और हताश महसूस करने लगता है. कई लोग आसानी से इस वक्त को पार कर लेते हैं तो वहीं कुछ लोग इसी हताशा और निराशा में उलझ जाते हैं. जब आप जरूरत से ज्यादा वक्त इस हताशा और निराशा में गुजार देते हैं तो जाने-अनजाने में ही आप खुद को नेगेटिविटी से घेरते चलते हैं. इसका असर आपकी प्रोफेशनल से लेकर पर्सनल लाइफ तक पर पड़ता है. 

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अगर आप अपने करियर या जीवन में किसी भी कारण से स्ट्रेस महसूस करते हैं और खुद को निराशा से घिरा पाते हैं तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. कुछ ऐसे टिप्स हैं जो आपको इससे बाहर निकलने में मदद कर सकते हैं. आइए जानते हैं...

क्यों महसूस होती है हताशा और निराशा?
विभिन्न लोगों के पास जीवन और करियर से हताश और निराश होने की अलग-अलग वजह हो सकती हैं. कई लोग बहुत मेहनत के बाद भी सफलता हासिल नहीं कर पाते तो वो हताश और निराश हो जाते हैं. वहीं, बहुत लंबे वक्त तक करियर में बदलाव या ग्रोथ न होने की वजह से भी लोग हताश या परेशान हो सकते हैं. कई लोग पर्सनल लाइफ में चल रही समस्याओं की वजह से इस समस्या सा जूझते हैं. हताश और निराश होने के बहुत से कारण हो सकते हैं लेकिन जरूरी है कि आप इस हताशा और निराशा की भावना से बाहर निकलकर लाइफ को बेहतर तरीके से जीना सीखें. आइए जानते हैं कैसे. 

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याद रखें जीवन लगातार बदलता है: हर किसी के जीवन में अच्छा और बुरा दोनों वक्त आते हैं. जब हमारा अच्छा वक्त होता है तो हमें अक्सर ऐसा लगता है कि समय बहुत तेजी से निकल गया. वहीं, जब हम बुरे वक्त से जूझ रहे होते हैं तो हमें हर पल बहुत भारी लगने लगता है. इसी वजह से हम हताश होते जाते हैं, लेकिन आपको अपने बुरे वक्त में भी ये याद रखने की जरूरत है कि ये समय भी बीत जाएगा. जब भी आप अपने बुरे वक्त से हताश या निराश हो रहे हों तो आपको ये याद रखना चाहिए कि लाइफ में लगातार बदलाव आते रहते हैं. इसलिए आपका ये बुरा वक्त भी ज्यादा देर नहीं रुकेगा. 

अपनी भावनाओं को डायरी में लिखें: एक्सपर्ट्स की मानें तो जब आप हताश या निराश महसूस करते हैं तो आपको अपनी भावनाओं को एक पन्ने पर उतारने की जरूरत होती है. जब आप अपनी डायरी में अपनी भावनाओं के बारे में लिखते हैं तो आपके मन से बोझ उतरता है और आप खुद-ब-खुद थोड़ा बेहतर महसूस करते हैं. अपनी भावनाओं को पन्ने पर उतारने से आपको इस चीज की बेहतर समझ आती है कि आप सच में कैसा महसूस कर रहे हैं. आप इस बात का पता लगा पाते हैं कि असल में आपको कौन सी बात परेशान कर रही है. एक बार जब आपको ये पता चल जाता है कि कौन सी बात आपको परेशान कर रही है तो आप उसपर काम करके लाइफ में आगे बढ़ सकते हैं. 

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नेगेटिव विचारों से निपटें: जब आप हताश या निराश होते हैं तो आपको नेगेटिव विचार बेहद परेशान करने लगते हैं. एक तरह से आपके नेगेटिव विचार आपके ऊपर हावी होने लगते हैं. आपको अपने इन विचारों को खुद पर हावी होने से रोकना है. आपको अपने सभी नेगेटिव विचारों की समीक्षा करके ये समझना चाहिए कि ये विचार सिर्फ इसलिए आपके दिमाग में आ रहे हैं क्योंकि आप बुरे वक्त से गुजर रहे हैं. इन विचारों में कोई सच्चाई नहीं है. अगर आप अपने नेगेटिव विचारों को खुद पर हावी होने से रोक पाते हैं तो आप आसानी से अपने बुरे वक्त से निकल सकते हैं. 

सोशल मीडिया से दूरी: इस बात को लगभग हर कोई मानेगा कि सोशल मीडिया कई बार आपको हताश करता है. जब आप हताश हैं तो आपको सोशल मीडिया से दूरी बनानी चाहिए. सोशल मीडिया पर व्यक्ति अपने अच्छे वक्त के बारे में ही बात करते हैं. इसलिए जब आप निराशा में सोशल मीडिया पर लोगों को देखते हैं तो आपको लगता है कि केवल जीवन में ही परेशानियां चल रही हैं. सोशल मीडिया पर जाने-अनजाने ही आप अपने जीवन की तुलना दूसरों से करने लगते हैं. इस वजह से आपके मन में और नेगेटिविटी आती है. ऐसे में खुद को नेगेटिविटी से दूर रखने के लिए सोशल मीडिया से दूरी बना लेनी चाहिए. 

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किसी न किसी एक्टिविटी में हिस्सा लें: ये बात हम जानते हैं कि जब कोई व्यक्ति निराश या हताश होता है तो उनका मन कुछ भी करने का नहीं करता है, लेकिन आपको अपनी इसी भावना से लड़ना है. खुद को थोड़ा सा आराम देकर आपको कोशिश करनी चाहिए कि आप किसी न किसी एक्टिविटी में शामिल हों. जब आप किसी एक्टिविटी में हिस्सा लेते हैं तो आपका मन थोड़ी देर के लिए ही सही पर अपनी परेशानियों से भटकता है और आपको थोड़ी पॉजिटिविटी मिलती है. आप आर्ट, म्यूजिक, जिम या किसी खेलकूद की एक्टिविटी में हिस्सा ले सकते हैं. 

 

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