Advertisement

खाने, बोलने और बैठने के तरीके से भी पता चलती है आपकी पर्सनैलिटी, लें ये छोटा सा टेस्‍ट

साइकोलॉजी के जरिए इंसान की छोटी-छोटी आदतों से उसके नेचर या स्वाभाव के बारे में बहुत कुछ पता लगाता जा सकता है. अमेरिका की मैग्जीन Reader's Digest में एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आपके चलने, उठने-बैठने, खाने-पीने, लिखने आदि कई आदतें आपके बारे में बहुत कुछ कहती हैं.

Small daily habits (Photo-Freepik) Small daily habits (Photo-Freepik)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 03 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 3:17 PM IST

Psychology एक मनोविज्ञान है, जो इंसान के व्यवहार और उसकी प्रतिक्रियाओं के माध्यम से उसकी व्याख्या करता है. इसके जरिए किसी इंसान को समझा जा सकता है. इसी साइकोलॉजी के जरिए इंसान की छोटी-छोटी आदतों से उसके नेचर या स्वाभाव के बारे में बहुत कुछ पता लगाता जा सकता है. अमेरिका की मैग्जीन Reader's Digest में एक्‍सपर्ट्स के मुताबिक, आपके चलने, उठने-बैठने, खाने-पीने, लिखने आदि जैसी कई आदतें आपके बारे में बहुत कुछ कहती हैं.

Advertisement

खाने का तरीका: आपने अक्सर देखा होगा कि कुछ लोग हमेशा जल्दी-जल्दी खाना खाते हैं. ये बहुत कम समय में खाना खा लेते हैं. लेकिन ऐसा नहीं कहा जा सकता कि ये कम खाते हैं, बल्कि इनकी खाने की रफ्तार तेज होती है. ऐसे लोग बेहद महत्वकांशी होते हैं और इनके स्वाभाव में उतावलापन भी होता है. जो खाने में बहुत वक्त लेते हैं, या हल्के-हल्के खाने को खाते हैं, एक्सपर्ट्स के मुताबिक ये लोग कंट्रोल में रहना पसंद करते हैं और जानते हैं कि जिंदगी की कैसे सराहना की जा सकती है.

बैठने का तरीका: एक्सपर्ट्स का मानना है कि हम जिस तरह से बैठते हैं, उससे हमारी पर्सनैलिटी के बारे में कई सारी बातें पता चलती हैं. पूरे पैरों को क्रॉस करके बैठने के मुकाबले सिर्फ एड़ियों को क्रॉस करके बैठना, दिखाता है कि आप थोड़ा सा खुद को छिपा रहे हैं. इस पोजिशन में जब आपके पैर जमीन पर मजबूती से टिके होते हैं, तो दिखाता है कि आप अपने आपको लेकर सुनिश्चित हैं.

Advertisement

इंसान की चाल: अगर आप बॉडी के वजन को आगे की ओर रखते हैं और तेज-तेज कदम रखकर चलते हैं तो आप बेहद प्रोडक्टिव और अत्यधिक तार्किक इंसान हो सकते हैं. इसके लिए लोग आपकी प्रशंसा करते होंगे लेकिन आप थोड़े शांत और प्रतिस्पर्धी भी हो सकते हैं. वहीं अगर आप अपने सीने को आगे की तरफ रखकर और कंधों को पीछे करके सिर को सीध में रखकर चलते हैं, (जैसे राजनेता और सेलिब्रिटी चलते हैं) तो आप मज़ेदार, करिश्माई और सामाजिक रूप से निपुण हो सकते हैं. इसके अलावा आप सुर्खियों में रहने वाले भी हो सकते हैं.

आपकी लिखावट: जो लोग दो शब्दों के बीच ज्यादा स्पेस देते हैं, वो आजादी पंसद करने वाले लोग होते हैं. वहीं, जो लोग शब्दों में कम स्पेस रखते हैं, वो लोगों का साथ पसंद करते हैं. इसके अलावा अगर कोई शब्दों को बहुत ज्यादा मिलाकर लिखता है तो वो शख्स लोगों की जिंदगी में बहुत ज्यादा घुसने वाला और भीड़ पसंद हो सकता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि सोशल लोग बड़े आकार में लिखते हैं. वहीं, शर्मीले और इंट्रोवर्ट लोग छोटे आकार में लिखते हैं.

जूते खोलेंगे आपके राज: फ्लैट पहनने वाले लोग आमतौर पर वो लोग होते हैं, जो पर्दे के पीछे रहकर काम करते हैं, जो काम को परफेक्ट तरीके से पूरा करने के लिए जान लगा देते हैं. वहीं, दो पट्टियों के चप्पल पहनने वाले लोग धारा में बहने वाले लोग होते हैं और देखते हैं कि जिंदगी उन्हें कहां ले जा रही है. ये सामाजिक दबाव में रहने वाले लोग नहीं होते.

Advertisement

कौन सी कॉफी पसंद: शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग दूध या शक्कर वाली कॉफी और अन्य मीठे स्वाद को पसंद करते हैं, उनमें आमतौर पर सहानुभूति, सहयोग और दया जैसे व्यक्तित्व वाले लक्षण थे. वहीं, कड़वे खाद्य पदार्थों का शौक रखने वाले और सेडिस्टिक या परपीड़क लोगों में संबंध पाया गया. सेडिस्टिक या परपीड़क वो लोग होते हैं, जो दूसरों को दुख में देखकर खुश होते हैं.

बैग लेने का तरीका: कुछ लोग बैग को अपनी बॉडी पर क्रॉस करके आगे की तरफ लेते हैं, ऐसे लोग सक्योरिटी का खास ख्याल रखते हैं और अपनी सुगमता और आसानी पर तवज्जो देते हैं. वहीं, कई लोग बैग को अपनी बांह पर लेते हैं यानि हाथ पर कोहनी की तरफ. बॉडी लैंग्वेज एक्सर्पट के मुताबिक, ऐसे लोग अपने आपको अच्छी स्थिति में रखने के लिए बहुत जोर देते हैं.

कैसे सोते हैं आप? पेट के बल सोना वाली स्थिति बेहतर श्वास और पाचन को बढ़ावा देती है. ऐसे लोग काफी आउटगोइंग होते हैं. वे अहंकार और मुखरता भी प्रदर्शित करते हैं. हालांकि, ये किसी भी आलोचना से नाराज हो सकते हैं. साइड पोजीशन में सोने वाले लोग दृढ़ और समझौता न करने वाले हो सकते हैं, जो सच्चाई से बहुत दूर है. इसके विपरीत, वे काफी सामाजिक और सहज होते हैं और अपने करीबियों के बीच एक गहरा अपनापन महसूस करते हैं. दूसरा पहलू ये है कि वे भोलेपन की हद तक भरोसा कर सकते हैं.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement