
बैग खरीदने के लिए हो सकता है आप लंबी प्लानिंग करती हों, बहुत ढूंढती हों, तलाशती हों फिर किसी एक बैग का चुनाव करती हों लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपके बैग का चुनाव और उसे लेने का तरीका आपके नेचर के बारे में बहुत कुछ बयां कर सकता है. जी हां.. ऐसा ही है. बॉडी लैंग्वेज एक्सर्पट के मुताबिक, इसके कई मायने हैं. आइये जानते हैं, बैग का प्रकार आपके बारे में क्या कहता है.
Bag in the crook of your arm: कई लोग बैग को अपनी बांह पर लेते हैं यानि हाथ पर कोहनी की तरफ. बॉडी लैंग्वेज एक्सर्पट के मुताबिक, ऐसे लोग अपने आपको अच्छी स्थिति में रखने के लिए बहुत जोर देते हैं. ये लोग सामाजिक स्टेटस को बहुत तवज्जो देते हैं. ऐसा भी कहा जा सकता है कि इन्हें अटेंशन चाहिए होता है.
Cross-body Bags: कुछ लोग बैग को अपनी बॉडी पर क्रॉस करके आगे की तरफ लेते हैं, ऐसे लोग सक्योरिटी का खास ख्याल रखते हैं और अपनी सुगमता और आसानी पर तवज्जो देते हैं. बैग के प्रकार से भी ये जाहिर होते है कि इस तरह बैग लेने पर बैग का खास ख्याल नहीं रखना पड़ता. बल्कि इसका इस्तेमाल करना भी आसान होता है.
Tote Bags: बैग का एक प्रकार ऐसा भी होता है, जिसमें बैग को कंधे पर टांगा जाता है. इस स्थिति में बैग आपकी बॉडी और हाथ के बीच होता है. ऐसे लोग कूल और शांत स्वभाव के होते हैं. इसके साथ ही ये एक आयोजक हो सकते हैं जो पहल करने और अपने मजबूत विश्वासों के लिए खड़े होने से डरते नहीं हैं.
Bagpack: बैगपैक का इस्तेमाल करने वाले लोग अधिक स्वतंत्र होते हैं और अपना और अपने आसपास के लोगों का ख्याल रखना चाहते हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक, कम्फर्ट और स्टाइल इनका मंत्र होता है. ये स्वस्थ जीवन में विश्वास करते हैं और अपने दिमाग की तरह ही, उनके बैकपैक को भी उलझनों से मुक्त रखना चाहते हैं.
Briefcase: कुछ लोग ब्रीफ़केस बैग कैरी करना पसंद करते हैं. वहीं कुछ इसे लड़कों का बैग मानते हैं. हालांकि, ऐसा बिल्कुल नहीं है. इस तरह का बैग लेने वाले लोग मॉडर्न और स्वतंत्र ख्यालात के होते हैं. ऐसे लोग स्पष्ट दृष्टिकोण और एक मजबूत आत्म छवि वाले लक्ष्य-उन्मुख हो सकते हैं.
Wallet: ऐसे कई लोग होते हैं, जो किसी तरह का बड़ा बैग लेना पसंद नहीं करते बल्कि सिर्फ वॉलेट लेना पसंद करते हैं. ऐसे लोग सकारात्मक और उत्साहित नेचर वाले होते हैं और कुछ गलत होने की उम्मीद नहीं करते. ये नेचर आपके आस-पास के माहौल को सुखद बना देता है लेकिन इसका मतलब ये भी है कि जब दुर्घटनाएं होती हैं तो आप इसके लिए बहुत ज्यादा तैयार नहीं होते हैं.