भारत की सबसे अमीर महिला रोशनी नाडर मल्होत्रा ने अपने पिता शिव नाडर की जगह ले ली है. अब वो HCL कंपनी की नई चेयरपर्सन के रूप में जिम्मेदारी संभालेंगी. आत्मविश्वास से लबरेज रोशनी अपनी काबिलियत के लिए पूरी दुनिया में पहचान बना चुकी हैं. आइए जानते हैं रोशनी से जुड़ी ये खास बातें.
अपने पिता की इकलौती संतान रोशनी नाडर 38 साल की हैं. उनकी परवरिश दिल्ली में हुई. उन्होंने दिल्ली के जाने माने पब्लिक स्कूल वसंत वैली से पढ़ाई की. वो शुरुआती दौर में रेडियो/टीवी/फिल्म की तरफ ज्यादा आकर्षित थीं.
इसी कारण वो अमेरिका जाकर नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया. पढ़ाई पूरी करके वो एक चैनल में इंटर्नशिप करने लगीं. वहां से वो लंदन के स्काई न्यूज में काम करने लगीं.
फिर पिता के कहने पर वो भारत लौटीं. इसके बाद उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक के साथ मास्टर्स किया. फिर रोशनी ने HCL ज्वाइन करने से पहले विभिन्न कंपनियों में काम किया.
फिर HCL ज्वाइन करने के एक साल के भीतर, उन्हें HCL Corporation के कार्यकारी निदेशक और सीईओ के रूप में पदोन्नत किया गया. रोशनी नाडर 2009 में 27 साल की उम्र में ही कंपनी की सीईओ बन गई थीं.
कहा जाता है कि वो कंपनी में बतौर चैयरमैन बनने से पहले ही यहां की पूरी जिम्मेदारी संभाल चुकी थीं. फिर साल 2010 में उन्होंने एचसीएल हेल्थ केयर में वाइस चैयरमैन के पद पर कार्यरत शिखर मल्होत्रा से शादी की. अब रोशनी के दो बच्चे हैं.
प्रतिष्ठित फोर्ब्स मैगजीन ने साल 2017, 2018 और 2019 में तीन साल तक रोशनी नाडर को दुनिया की ताकतवर महिलाओं की सूची में जगह दी है.
रोशनी न सिर्फ बिजनेस बल्कि संगीत के क्षेत्र में भी दखल रखती हैं. उन्होंने शास्त्रीय संगीत सीखा है. वो आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए संस्था भी चलाती हैं. विद्याज्ञान नाम से चलने वाली इस एकेडमी की भी वो अध्यक्ष हैं. उन्होंने HCL चेयरपर्सन की जिम्मेदारी लेने के साथ ही काम शुरू कर दिया है.