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दिल्ली में मजदूरी करते हैं पिता, बेटे ने बिहार में किया टॉप, संघर्ष भरी है मैट्रिक परीक्षा टॉपर की कहानी

बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं 2024 की परीक्षा में समस्तीपुर के आदर्श कुमार ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है. आदर्श के पिता दिल्ली में मजदूरी करते हैं और मां गृहणी हैं. परीक्षा में टॉप करके बेटे ने कड़ी मेहनत करके मजदूरी से फीस भरने वाले पिता का मान बढ़ाया है.

Bihar Board Second Topper Bihar Board Second Topper
जहांगीर आलम
  • पटना,
  • 31 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 5:17 PM IST

कहते हैं कि जब मन में दृढ़ इच्छाशक्ति और कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो हर मुश्किल आसान हो जाती है. उक्त कथन को चरितार्थ कर दिखाया है बिहार के समस्तीपुर जिले के आदर्श कुमार ने. आदर्श ने बिहार बोर्ड द्वारा जारी मैट्रिक के रिजल्ट में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. सेकेंड टॉपर आदर्श के पिता दिल्ली में मजदूरी करके घर चलाते है. रिजल्ट जारी होते ही आदर्श के घर मे खुशी का माहौल बना हुआ है.

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मैट्रिक परीक्षा में दूसरे टॉपर के आए इतने नंबर

बिहार बोर्ड ने कक्षा 10वीं के नतीजे जारी कर दिए हैं. इस परीक्षा में 51 छात्रों ने टॉप 10 में जगह बनाई है. जिसमें समस्तीपुर जिले के आदर्श कुमार ने 488 अंक लाकर दूसरा स्थान प्राप्त किया है. गर्व की बात यह भी है कि मैट्रिक के रिजल्ट में समस्तीपुर जिले के 6 छात्रों ने टॉप 10 के 51 छात्रों की लिस्ट में अपनी जगह बनाकर जिले का नाम रौशन कर दिया है.

दिल्ली में मजदूरी करते हैं पिता

आदर्श कुमार समस्तीपुर जिले के विद्यापतिनगर प्रखंड के मऊ धनेशपुर उत्तर पंचायत के दमदमा गांव के निवासी हैं. उनके पिता का रामनाम महतो है, जो दिल्ली में एक मजदूर हैं. पिता दिल्ली में मजदूरी किया करते थे और बेटा दूर बिहार में अपनी परीक्षा में कड़ी तैयारी में लगा हुआ था. आर्दश अपनी मां के साथ बिहार में रहे हैं और, उनकी मां एक गृहणी हैं. पिता छुट्टियों में बिहार अपने बेटे और पत्नी से मिलने आते थे. पिता दिल्ली रहते हैं फिर भी आर्दश कभी भी अपने लक्ष्य से नहीं भटके, उन्होंने मेहनत करते पढ़ाई की. पढ़ाई के साथ-साथ अपनी मां का ख्याल भी रखा और आज जिले में सेकेंड टॉपर बनकर सभी का नाम रौशन कर दिया है.

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स्कूल के साथ-साथ कोचिंग से की पढ़ाई

आदर्श कुमार के मैट्रिक परीक्षा में 488 अंक लाकर पूरे बिहार में दूसरा स्थान लाकर अपने परिवार के साथ साथ शिक्षकों, शुभचिंतकों एवं क्षेत्रवासियों को गौरवान्वित कर दिया है. आदर्श कुमार प्रखंड के विद्यापति उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मऊ वाजिदपुर (उत्तर) का छात्र है, जबकि उसने मैट्रिक परीक्षा की तैयारी एक निजी शिक्षण संस्थान से की है. आदर्श के चाचा वैद्यनाथ महतो एवं देवनाथ महतो शिक्षक हैं.

पिछले छह वर्षों की तुलना में इस साल का रिजल्ट सबसे बेहतर रहा है. परीक्षा में पहला और दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स में लड़कों का नाम शामिल है. बीएसईबी मैट्रिक परीक्षा 2024 में 8,22,587 छात्रों में से  6,80,293 पास हुए हैं, जबकि 8,72,194 में से 6,99,549 छात्राओं ने बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा पास की है. 

इस साल चार लाख 52 हजार 302 विद्यार्थियों ने फर्स्ट डिवीजन हासिल की है, जिनमें लड़के दो लाख 52 हजार 846 और लड़कियां एक लाख 99 हजार 456 हैं. इसी तरह, सेकेंड डिवीजन में पांच लाख 24 हजार 965 स्टूडेंट्स ने अपनी जगह बनाई है, जिनमें दो लाख 52 हजार 121 लड़के और दो लाख 72 हजार 844 लड़कियां हैं. कुल तीन लाख 80 हजार 732 छात्रों को थर्ड डिवीजन मिला है, जिनमें एक लाख 66 हजार 93 लड़के और दो लाख 14 हजार 639 लड़कियां हैं.

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