
CBSE Board Results 2022: देशभर के 35 लाख से अधिक छात्र सीबीएसई कक्षा 10वीं, 12वीं के परिणाम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. केंद्रीय शिक्षा बोर्ड ने 26 अप्रैल से कक्षा 10वीं, और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की थीं. कक्षा 10 की परीक्षाएं 24 मई को संपन्न हुई थीं, जबकि 12वीं की परीक्षाएं 15 जून, 2022 को समाप्त हुई हैं. अब कहा जा रहा है कि सीबीएसई बोर्ड परिणाम 2022 सीबीएसई को 15 जुलाई 2022 तक कक्षा 10 वीं के परिणाम घोषित करने की उम्मीद है जबकि कक्षा 12 वीं के परिणाम जुलाई के अंत में घोषित होने की संभावना है.
इस बीच, बोर्ड की ओर से परिणामों की संभावित तारीखों के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा गया है कि कक्षा 12 के परिणाम जुलाई के अंत में घोषित किए जा सकते हैं. वर्तमान में परिणाम जल्द घोषित करने के लिए कक्षा 12 के परिणाम के लिए मूल्यांकन प्रक्रिया चल रही है.
वहीं सीबीएसई 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्र इवैल्यूएशन पॉलिसी को लेकर तनाव में हैं. छात्र सोच रहे हैं कि टर्म एग्जाम्स के इवैल्यूएशन के लिए सीबीएसई बोर्ड कौन-सी पॉलिसी लागू करेगा. देशभर के तमाम हिस्सों से छात्र लगातार सोशल मीडिया पर मांग उठा रहे हैं कि उनके अंकों का मूल्यांकन टर्म 1 और टर्म 2 के बेस्ट ऑफ आइदर सब्जेक्ट्स के फॉर्मूले से किया जाए.
इस फॉर्मूले की मांग :
स्टूडेंट्स एक्टिविस्ट हिमांशु बोरा सोशल मीडिया के साथ साथ विभिन्न माध्यमों से छात्रों की ये मांग उठा रहे हैं कि उनका इवैल्यूएशन बेस्ट ऑफ आइदर टर्म्स के हिसाब से होना चाहिए. हिमांशु कहते हैं कि अब तक छात्रों ने पांच सब्जेक्ट का करीब दस बार एग्जाम दिया है. वहीं टर्म वन और टर्म टू दोनों ही अलग अलग तरीके से हुए हैं. टर्म वन जहां ऑब्जेक्टिव बेस्ड था वहीं टर्म टू सब्जेक्टिव था. अब छात्रों को वेटेज में वो मार्क्स दिए जाएं जो किसी एक टर्म में ज्यादा हो.