
Surat Prisoners Cleared Gujarat Board Exam 2024: गुजरात बोर्ड ने गुरुवार को 10वीं और 12वीं का परिणाम घोषित कर दिया है. गुजरात के बाकी छात्रों ने अपने स्तर पर परीक्षा पास कर ली है, लेकिन सूरत की जेल में पढ़ने वाले कैदियों ने भी कमाल कर दिया है. सूरत की जेल का 100% रिजल्ट आया है. इस साल जेल में पढ़ने वाले और परीक्षा देने वाले सभी कैदियों ने परीक्षा पास कर ली है.
जेल के अंदर ही हुई थी कैदियों की परीक्षा
सूरत की जेल में यह कमाल इसलिए हो पाया क्योंकि यहां पर जेलर और उनकी टीम ने पढ़ाई की इच्छा रखने वाले कैदियों की शिक्षा की पूरी व्यवस्था की है. गुजरात बोर्ड की परीक्षा में कुल 9 कैदियों ने परीक्षा दी थी. सभी कैदियों की परीक्षा की व्यवस्था गुजरात बोर्ड की तरफ से जेल के अंदर ही की गई थी. कैदियों के पास होने के बाद सभी को उनका परिणाम बताया गया और मिठाई भी खिलाई गई. जेलर ने सभी पास हुए कैदियों को बधाई भी दी.
सूरत की जेल में अन्य जेलों के कैदी भी करते हैं पढ़ाई
जो कैदी पढ़ना चाहते हैं, उन्हे मोटिवेट भी किया जा रहा है. सूरत की लाजपोर जेल में दूसरे जेल के लिए सेंटर भी बनाया जाता है. सूरत की इसी जेल में नवसारी की जेल और भरूच की जेल में रहने वाले कैदियों की भी परीक्षा ली जाती है. भरूच और नवसारी जेल के कैदी भी इस परीक्षा में पास हो गए हैं. पास होने वाले कैदी अब दूसरे कैदियों को पढ़ने के लिए सपोर्ट करेंगे.
पास होने वाले 2 कैदी काट रहे उम्रकैद की सजा
सूरत की लाजपोर जेल में गुजरात बोर्ड की परीक्षा देने वाले कुल 9 कैदी शामिल थे, जिसमे से 2 कैदी उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. 5 वर्ष में कुल 50 से ज्यादा कैदी सूरत की लाजपोर जेल की पढ़ाई व्यवस्था की वजह से पास हो चुके हैं. कई कैदी यहां से परीक्षा पास करने के बाद अब छूट चुके हैं और अपनी ग्रेजुएशन पूरी करके नौकरी भी कर रहे हैं.
यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर कराते हैं जेल में ग्रेजुएशन की पढ़ाई
12वीं की परीक्षा पास करने वाले कैदी जेल से ही अब ग्रेजुएशन की तैयारी करेंगे. जेल में कैदियों को पढ़ने के लिए जेल प्रशासन ने एक अलग से क्लास रूम बनाया है, जिसमें कैदियों को पढ़ने के लिए डिजिटल बोर्ड भी लगाए गए हैं. कैदियों को पढ़ाने के लिए लाइब्रेरी बनाई गई है, जिसमें 18 हजार किताबों का संग्रह किया गया है. ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों के लिए कई यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर भी पढ़ाने के लिए आते हैं.
पास होने वाली कैदियों पर ये हैं आरोप
गुजरात बोर्ड का कुल परिणाम 85 प्रतिशत रहा है, जबकि जेल के कैदियों का परिणाम 100 प्रतिशत रहा है. सूरत की लाजपोर सेंट्रल जेल में परीक्षा पास करने वाला कैदी जाधव नीलेश प्रताप भाई बलात्कार और पॉस्को एक्ट का आरोपी है. पटेल चेतन कुमार ठाकुर भाई हत्या के मामले का आरोपी है. गामित निर्मल भाई धोखाधड़ी मामले का आरोपी है. चौधरी संजय कुमार सुमन भाई हत्या मामले का आरोपी है. ठुम्मर जगदीश भाई रमेश भाई हत्या मामले का आरोपी है. पारेख अजय रतनलाल अपहरण और बलात्कार मामले का आरोपी है. नायक प्रताप प्रह्लाद कुमार हत्या का आरोपी है. गौतम रोहित पारसनाथ हत्या और मारपीट मामले का आरोपी है और मलिक सौदागर अभिमन्यु एनडीपीएस एक्ट मामले का आरोपी है.