
KSEEB Karnataka SSLC Result, Karnataka Class 10 SSLC Result 2022 Declared: कर्नाटक सेकेंडरी एजुकेशन एजामिनेशन बोर्ड (KSEEB) ने आज, 19 मई 2022 को कर्नाटक SSLC (कक्षा 10वीं) परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए हैं. इस साल लगभग 8 लाख से ज्यादा छात्रों ने कर्नाटक 10वीं क्लास की परीक्षा दी थी, इनमें 4.2 लाख लड़कियां और 4.5 लाख लड़के उपस्थित हुए थे. छात्र अब बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट karresults.nic.in और sslc.karnataka.gov.in पर जाकर भी अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं.
लड़कियों ने मारी बाजी
इस साल 85.63% छात्रों ने कर्नाटक एसएसएलसी परीक्षा पास की है. इनमें लड़कियों का पास प्रतिशत 90.29% रहा है, जबकि लड़कों को पास प्रतिशत 81.30% रहा है. दरअसल इस साल कुल 8,53,436 छात्रों ने 10वीं की परीक्षा दी थी, जिनमें से 7,30,881 छात्र पास हुए हैं.
How to Check Karnataka SSLC Result 2022: यहां देखें तरीका
स्टेप 1: कर्नाटक बोर्ड KSEEB की आधिकारिक वेबसाइट sslc.karnataka.gov.in या karresults.nic.in पर जाएं.
स्टेप 2: होम पेज पर, 'Karnataka SSLC 2022 result' लिंक पर क्लिक करें.
स्टेप 3: यहां छात्रों को अपना 10वीं का रोल नंबर और जन्म तिथि दर्ज करनी होगी.
स्टेप 4: कर्नाटक एसएसएलसी 2022 रिजल्ट स्क्रीन पर खुल जाएगा.
स्टेप 5: अपना स्कोर चेक करें और डाउनलोड करें.
स्टेप 6: छात्र अपना स्कोरकार्ड का प्रिंटआउट लेकर भी रख सकते हैं.
Karnataka SSLC Result Direct Link Here
फेल हुए छात्रों के लिए जरूरी सूचना
अगर कोई छात्र कर्नाटक SSLC बोर्ड परीक्षा में फेल हो गया है तो वह निराश न हो. बोर्ड उसे परीक्षा पास करने के लिए एक और मौका देगा. कर्नाटक बोर्ड ऐसे छात्रों के लिए सप्लीमेंट्री या कंपार्टमेंट परीक्षा आयोजित करेगा. सप्लीमेंट्री या कंपार्टमेंट एग्जाम 27 जून 2022 को आयोजित किया जाएगा.
छात्रों के लिए हेल्पलाइन नंबर
SSLC परिणामों से पहले, कर्नाटक सरकार छात्रों की सुविधा और तनाव को कम करने के लिए हेल्पलाइन जारी किया था. अगर कोई छात्र मानसिक स्वास्थ्य के लिए सहायता चाहता है, तो 080-46110007 नंबर पर कॉल कर सकता है.
जानें कैसा रहा था 2021 में कर्नाटक 10वीं का रिजल्ट
2021 में एसएसएलसी रिजल्ट में 100 फीसदी स्टूडेंट्स को प्रमोट किया गया था. महामारी की दूसरी लहर के चलते 10वीं क्लास की परीक्षा दो बार आयोजित की गई- जून और सितंबर में. जून में 5 लाख से अधिक और सितंबर में 3.8 लाख से अधिक छात्र उपस्थित हुए थे.