
NEET Success Story: नीट एग्जाम, देश के कठिनतम परीक्षाओं में से एक है जिसमें हर साल लगभग 24 लाख से अधिक स्टूडेंट्स बैठते हैं. अच्छे मेडिकल कॉलेज में एडमिशन पाने के लिए स्टूडेंट्स दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं ताकि एंट्रेंस एग्जाम यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) एग्जाम में बेहतर रैंक हासिल कर सकें. 04 जून को नीट रिजल्ट जारी होने के बाद, एग्जाम पास करने वाले स्टूडेंट्स की सफलता की कहानी सामने आ रही है. ऐसी कहानी है आगरा के परिवार की, जहां एक ही परिवार के तीन बच्चों ने नीट एग्जाम पास किया है.
'डॉक्टर' फैमिली कहने लगे लोग
उत्तर प्रदेश के आगरा में एक ही परिवार के तीन बच्चों का नीट में सिलेक्शन हुआ है. यह बात अपने आप में परिवार और शहर के लिए गौरव का अनुभव कराने वाली है. आगरा के दयालबाग निवासी भोलाराम त्यागी के परिवार को लोग डॉक्टर वाली फैमिली कहने लगे हैं. भोलाराम के तीन बेटे हैं- बड़े बेटे का लड़का डॉ अजय त्यागी पहली ही एमबीबीएस की पढ़ाई कर चुका है, जबकि दोनों छोटे बेटों के तीन बच्चों ने भी अब नीट एग्जाम पास कर लिया है. सभी जॉइंट फैमिली में रहते हैं.
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नीट में सभी के 600+ मार्क्स
भोलाराम त्यागी दूसरे नंबर का बेटा हेतराम पेशे से बिजनेसमैन है, उनके दो बच्चों पूजा और मनोज ने नीट क्लियर किया है. वहीं तीसरे नंबर बेटे शिव त्यागी की बेटी मानसी ने भी नीट एग्जाम पास किया है. पूजा को 720 में से 676 अंक मिले हैं, मनोज को 671 और मानसी को 640 अंक मिले हैं.
दो साल तक टीवी और मोबाइल से बनाए रखी दूरी, बुक से की तैयारी
तीनों भाई-बहन की सफलता के पीछे अपने आप को टीवी और मोबाइल से दूर रखना माना जा रहा है. परिवार के बुजुर्ग सदस्यों ने तीनों बच्चों को टीवी और मोबाइल से 2 साल तक दूर रखा. तीनों भाई बहन 2 साल तक ना किसी पार्टी में गए, ना ही कहीं घूमने फिरने गए. तीनों भाई बहन नीट की परीक्षा पास करने के लिए सिलेबस की किताब लेकर एक दिन में 12 से 14 घंटे तैयारी करते रहते थे.
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नीट परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने वाले तीनों बच्चों के दादा भोलानाथ त्यागी का बच्चो की सफलता को कहा है कि यह बच्चों की मेहनत का फल है क्योंकि इन बच्चों ने अपने लक्ष्य के अलावा किसी और जगह अपना ध्यान नहीं लगाया. बच्चों ने 2 साल से टीवी भी नहीं देखा है, तीनों बच्चों को सोशल मीडिया पर कोई भी किसी भी तरह का अकाउंट भी नहीं है.
बड़े भाई से मिली डॉक्टर बनने की प्रेरणा
नीट परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने वाले दो छात्रों पूजा और मनोज के पिता हेतराम पेशे से अध्यापक हैं. हेतराम के सबसे छोटे भाई शिव त्यागी जो पेशे से बिजनेस मैन हैं, उनकी बेटी मानसी ने नीट परीक्षा को अच्छे अंकों से उत्तीर्ण किया है. तीनों बच्चों ने डॉक्टर बनने की यह प्रेरणा अपने बड़े भाई अजय त्यागी से मिली है जो कि पहले से ही एमबीबीएस की पढ़ाई कर चुके हैं.