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होनहार बेटा: रात में किया होटल में काम, दिन में की पढ़ाई, पुष्कर के गौरव ने राजस्थान बोर्ड 10वीं में हासिल किए 97 प्रतिशत अंक

राजस्थान बोर्ड 10वीं की परीक्षा में 97 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले गौरव ने दिन रात मेहनत करते यह मुकाम हासिल किया है. परिवार की जिम्मेदारी भी निभाई, पिता का काम में हाथ बटाया और मन लगाकर पढ़ाई भी है. होनहार बेटे गौरव पर पिता को आज बहुत गर्व हो रहा है.

Rajathan Board Topper (Gaurav Kumawat) Rajathan Board Topper (Gaurav Kumawat)
दिनेश पाराशर
  • पुष्कर,
  • 30 मई 2024,
  • अपडेटेड 9:19 AM IST

Rajasthan Board Toppers: कहते हैं कि पढ़ाई के साथ कोई बहाना नहीं चलता. अगर आपके मन में इच्छा हो तो आप अपनी मंजिल को हासिल कर ही लेते हैं. पुष्कर निवासी गौरव के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है. गौरव अपने पिता के साथ एक होटल में काम किया करते हैं, इसी दौरान राजस्थान बोर्ड 10वीं की परीक्षा में उन्होंने 97% अंक लाकर सभी को बता दिया है की पढ़ाई के साथ कोई बहाना नहीं चलता है. 

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पिता का हाथ बटाया, लेकिन नहीं छोड़ी पढ़ाई

पुष्कर के केशव नगर में निवास कर रहे मध्यमवर्गीय परिवार के सदस्य गौरव कुमावत ने अपनी खुद की मेहनत से 97% अंक लाकर मां-बाप, गुरुजन और पुष्कर का नाम रौशन किया है. गौरव बताते हैं कि उनके पिता रमेश कुमावत पुष्कर में होटल का संचालन करते हैं. ऐसे में स्कूल से आने के बाद घर के काम खत्म कर वे रोजाना होटल पहुंच कर अपने पिता के काम में हाथ बटाते थे. सुबह 5:00 से 7:00 तक और रात में 11:00 से 1:00 तक वह सेल्फ स्टडी करते थे. दिन में जब भी समय मिलता था गौरव अपनी किताबें खोलकर रिवीजन और पढ़ाई में लग जाते थे. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया है. गौरव पुष्कर के प्रवीण शिक्षा निकेतन विद्यालय में अध्ययन कर रहे थे. 

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गरीब परिवार के इन दो विद्यार्थियों के अंक देखकर माता-पिता खुश

इसके अलावा ग्रामीण इलाके से भी छात्र छात्राओं ने बोर्ड रिजल्ट में कमाल कर दिया है. 98 प्रतिशत अंकों के साथ अजित नाथ ओर बीना बाकोलिया ने परिवालों का नाम रौशन किया है. दोनों ही स्टूडेंट्स गरीब परिवार से आते हैं लेकिन पढ़ाई में सबसे आगे हैं. आगे चलकर कुछ बनकर अपने परिवार की स्थिति सुधारना चाहते हैं, इसिलए चाहे कोई परिस्थिति हो वे अपनी पढ़ाई के साथ कॉम्प्रोमाइज नहीं करते. अजित के पिता पप्पूनाथ टेलर का काम करते हैं. उनकी सपना है कि वह प्रसाशनिक सेवा में जाएं. तीर्थ नगरी पुष्कर में प्रवीण शिक्षा निकेतन के विद्यार्थियों ने भी परचम लहराया है. गरीब परिवार ने आने वाली बीना बाकोलिया ने 98.17 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. बीना शिक्षा निकेतन में पढ़ाई करती हैं. 

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